शर्मिली की अदाओं पर पर्यटक फिदा, शावकों को दे रही है ट्रेनिंग

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    • पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बनी 

    चंद्रपुर. मां शब्द में ही पूरा जीवन समाया है क्योकि मां जननी है उसके बिना जीवन की कल्पना ही अधूरी है. मां के बिना गति नहीं, मां के बिना प्रगति नहीं है. है. मां फिर चाहे इंसान हो या जानवर उसके लिए अपने बच्चे सबसे प्रिय होते है. अपने नवजात बच्चों को कैसे संभाला जा सकता है यह हम इंसान और जानवर सभी से सीख सकते है. बच्चा अपने नवजात उम्र में ही सबसे अधिक मां का लाड़ दुलार पाता है, सभी बच्चों के प्रति उसका स्नेह सागर उमड़ता है.

    मां का ऐसा ही एक रूप यहां पट्टेदार बाघों के लिए दुनिया भर में प्रसिध्द ताड़ोबा_अंधारी व्याघ्र परियोजना में शर्मिली बाघिन के रूप में देखने को मिल रहा है. जिस तरह से एक समय माया बाघिन ने अपने शावक को लाड़ दुलार कर विश्व में प्रसिध्दि पायी थी उसी तरह की प्रसिध्दि इस समय शर्मिली पा रही है. शर्मिली के अपने तीन बच्चों की परवरिश का विडिओ इस समय सोशल मीडिया पर छाया हुआ है. 

    पट्टेदार बाघों के अभयारण्य के रूप में ताड़ोबा-अंधारी बाघ परियोजना का नाम पूरे विश्व में लिया जाता है. यहां बाघों का संवर्धन इतनी तेजी से हो रहा है कि हर वर्ष बाघों की संख्या बढती जारही है और बाघ नये नये ठिकाने तलाश कर रहे है जिससे जिले में मानव और वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं में बढोत्तरी हो रही है. बाघों की संख्या तेजी से बढना जितना चिंता का विषय है उतना ही यहां बाघों के दर्शन के लिए आनेवाले दुनिया भर के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र भी है.

    ग्रीष्मकाल में तो बाघों द्वारा यहां बने कृत्रिम जलाशयों और हरियाली युक्त क्षेत्रों में अपना कब्जा जमा लिए जाने के कारण गर्मियों में यहा बाघों की सफारी के लिए आनेवाले पर्यटकों को हमखास बाघों के दर्शन होते है. अपनी आंखों के सामने बाघों को स्वच्छंद और स्वतंत्र रूप से विचरण करते हुए देखना अपने आप में उत्साहपूर्ण और रोमांचित करनेवाला क्षण होता है. ऐसा ही रोमांच इन दिनों आगरझरी क्षेत्र में नजर आ रही शर्मिली और उसके नन्हें शावक पर्यटकों में निर्माण कर रहे है.

    शर्मिली दो माह पूर्व ही मां बनी है. उसने 3 शावकों को जन्म दिया है. जो कि जन्म से ही मां के साथ शिकार की पूरी प्रैक्टीस ले रहे है. बच्चे काफी छोटे है ऐसे में उन्हें अन्य जीवों से किसी भी समय खतरा हो सकता है इसे देखते हुए शर्मिली उनके आसपास ही मंडराती रहती है.  हाल ही में वन्यजीव प्रेमी अनंत सरोदे ने शर्मिली के अपने शावकों के साथ हरी घास पर धमाचौकडी करते हुए नजारे को अपने कैमरे में कैद किया और उसे सोशल मीडिया पर डाल दिया जो कि काफी वायरल हो रहा है. 

    उल्लेखनीय है कि शर्मिली के पूर्व माया नाम बाघिन के अपने शावक को लाड दुलार करते हुए क्षणों को वन्यजीव प्रेमी पर्यटक ने अपने कैमरे में कैद किया था जो कि वह क्षण आज तक वन्यजीव प्रेमियों की स्मृतियों में बरकरार है. इस फोटो को इतना पसंद किया गया था कि भारतीय डाक विभाग ने आगे चलकर उस पर डाक टिकट तक निकाला. संबंधित फोटोग्राफर की काफी सराहना हुई थी. शर्मिली के भी अपने शावकों के साथ कुछ ऐसे ही मौज मस्ती करनेवाले क्षणों को यादगार बनाने के लिए पर्यटकों का बडी संख्या में आगमन हो रहा है. इस समय शर्मिली पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है.