दो ट्रैवल्स कंपनी विद्यार्थियों को दे रही नि:शुल्क सेवा, चंद्रपुर और गडचिरोली जिले के ट्रैवल्स कंपनी ले प्रेरणा

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    मूल. मूल से नागपुर और नागपुर से मूल चलने वाली नागपुर की अंजनी और महादुर्गा नाम से चलने वाली निजी बस कंपनी अपनी बसों में विद्यार्थियों को नि:शुल्क यात्रा करा रही है. जिससे एसटी हडताल में मूल तहसील के विद्यार्थियों को कुछ राहत मिल रही है. वहीं चंद्रपुर और गडचिरोली जिले से चलने वाली बसेस के चालक मौके का फायदा उठाकर अधिक किराया वसूल रहे है.

    राज्य सरकार में विलय की मांग के लिए 28 अक्टूबर से रापनि के कर्मचारी हडताल कर रहे है. दो महीने से अधिक दिनों से एसटी बसों के पहिए थमे होने की वजह से जहां रापनि को करोडों का नुकसान हो रहा है वहीं बसों से सफर करने वाले यात्रियों का हाल बेहाल है. इस मौके को निजी बस कंपनी ने हाथों हाथ लपका और अपनी बसों का किराया बढा दिया है. किंतु नागपुर से मूल और मूल से नागपुर के मूल चलने वाली अंजनी और महादुर्गा ट्रैवल्स कंपनी अपनी बसों में विद्यार्थियों से कोई किराया नहीं ले रही है. वहीं किसी भी स्थान से विद्यार्थियों को अवश्य बिठाते है. जिससे उन्हे कुछ राहत मिली है.

    दूसरों के लिए प्रेरणादायी

    मूल तहसील के राजोली, डोंगरगांव, चिखली, गांगलवाडी, चितेगांव, बेलगाटा, मरेगांव आदि गांव के विद्यार्थी मूल तहसील मुख्यालय में शिक्षा के लिए आते है. इन गांव के मार्ग से आने वाली दोनों निजी कंपनी की बसे विद्यार्थियों को लेकर आती है. वहीं चंद्रपुर और गडचिरोली के बीच से चलने वाली बसेस चिचपल्ली से मूल तक के विद्यार्थियों से 10 रुपए की मांग करते है. बस आपरेटरों का कहना है कि डीजल के दाम बढे है इसलिए किसी प्रकार की रियायत देना संभव नहीं है. किंतु यह दोनों निजी कंपनी तो सेवा दे रही है. जो दूसरों के लिए प्रेरणादायी है.

    विद्यार्थियों में बसें बनी चर्चा का विषय 

    राज्य परिवहन निगम कर्मचारियों की हडताल की वजह से बसे ठप पडी है. ऐसे में जिले के काली पीली, ट्रैवल्स बस, आटो सडकों पर बडी संख्या में दौडने लगे है. ईंधन मूल्य वृध्दि के नाम पर अनेकों ने बसों की तुलना में किराया बढा दिया है. इनका कहना है  कि ईंधन के दाम बढ गए है. किंतु नागपुर की इन दो ट्रैवल्स कंपनियों ने अधिक लाभ कमाने की बजाय सेवा भाव दिखाई है जो विशेष रुप से विद्यार्थियों में चर्चा का विषय बनी है.

    बस स्टैंड से चल रहे निजी वाहन

    बस कर्मियों की हडताल की वजह से बस स्टैंड खाली पडे है इसलिए मूल बस स्टैंड इन दिनों निजी वाहनों के लिए सवारी उतारने और बैठाने का केंद्र बना है. यहीं से नागपुर की यह दोनों ट्रैवल कंपनियों चल रही है. कोरोना की वजहसे पहले ही विद्यार्थियों का भारी नुकसान हुआ है. कोरोना के चलते गत वर्ष बोर्ड समेत कई प्रकार की परीक्षाएं नहीं हो सकी बौर विद्यार्थियों को बिना परीक्षा लिए अगली कक्षाओं में प्रमोट करना पडा है. अब वर्तमान में भी ओमिक्रान वेरियंट का खतरा बढता जा रहा है. किंतु तक आफलाईन कक्षाएं चल रही है कम से कम मूल के विद्यार्थियों को कुछ सहूलियत मिल रही है.