कोल परिवहन के खिलाफ ग्रामीणों का रास्ते पर अनशन

    Loading

    • परिवहन बंद कर सीमेंट मार्ग बनाने की मांग

    वरोरा. मोहबाला, नायदेव ग्राम पंचायत में ग्रामसभा द्वारा वेकोलि एकोना से वर्धा पावर मोहबाला की जा रही कोल परिवहन पूरी तरह से बंद कर पहले मार्ग का सीमेंटीकरण की मांग का निर्णय ग्रामसभा में लिया. किंतु इस मांग की ओर ध्यान न दिए जाने से आज ग्रामीणों ने सरपंच के साथ रास्ते पर ही मंडप डालकर अनशन शुरु किया.

    वनोजा से मोहबाला मार्ग से वेकोलि ओवरलोडेड वाहनों से कोल परिवहन कर रही है. जबकि इस मार्ग से भारी वाहनों के परिवहन को जिला परिषद ने अनुमति नहीं दी है. इसके बावजूद कंपनी और वेकोलि कोयला परिवहन कर रहे है. अगस्त 2021 में सीमेंटीकरण मार्ग वेकोलि द्वारा निर्माण करने की मांग करने पर जिला परिषद ने अनापत्ती प्रमाणपत्र दिया था. इसके बावजूद वेकोलि ने आज तक मार्ग का काम नहीं किया है. उल्आ भारी वाहनों से कोल परिवहन करने से मार्ग पूरी तरह से खराब हो गया है.

    मार्ग पर बडे बडे गड्ढे हो गए है. इसकी वजह से अन्य वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पडता है. इस संबंध में समय समय पर प्रशासन को निवेदन, मोर्चा के माध्यम से अवगत कराने के बावजूद आज तक प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया. इसलिए ग्रामीणों ने आज सुबह से रास्ते पर ही मंडप डालकर अनशन की शुरुवात की.

    अनशन की सूचना मिलते ही उपविभागीय पुलिस अधिकारी आयुष नोपानी अपने दल के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने समझाने के लिए राजस्व विभाग के अधिकारी, कंपनी और वेकोलि के साथ चर्चा की. दो दिनों पूर्व विधायक ने कंपनी अधिकारी, पुलिस अधिकारी, राजस्व अधिकारियों के साथ सभा लेकर मार्ग सीमेंटीकरण के आदेश दिए थे.

    जिला प्रशासन की ओर से कार्रवाई नहीं

    सरपंच नंदू टेमुर्डे पिछले दो वर्षो से कंपनी के खिलाफ भारी वाहनों के परिवहन रोकने की मांग के लिए अनेकों बार निवेदन दिया. अंतत: सर्वसम्मति से ग्रामसभा में कोयला परिवहन को पूरी तरह से ठप करने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया. इस प्रस्ताव की प्रतिलिपि जिलाधीश को भेजी.

    किंतु कोई कार्रवाई न किए जाने से मार्ग के सीमेंटीकरण की मांग की है. कुछ दिनों में ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो जल्द ही अमरण अनशन की चेतावनी ग्रामीणों ने दी है. अनशन मंडप में एसडीपीओ आयुष नोपानी, थानेदार दीपक खोब्रागडे, पुलिस कर्मचारी, राजस्व विभाग के अधिकारी, कंपनी अधिकारी, वेकोलि के अधिकारी पहुंचे किंतु कोई ठोस हल नहीं निकल पाया है. जिससे अनशनकर्ताओं में भारी रोष है.