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प्रतीकात्मक तस्वीर

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    • कंपनी में तनाव, पुलिस का तगडा बंदोबस्त

    गडचांदुर/राजुरा. अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड प्लांट में ए.जे. इलेक्ट्रीकल्स में टेलीफोन आपरेटर पद पर कार्यरत ईश्वर शिलारकर 12 दिनों पूर्व अपना काम कर रहा था कि दुर्घटनाग्रस्त हो गया. उसे गंभीर हालत में चंद्रपुर से नागपुर हास्पिटल में भेज दिया. जहां उपचार के दौरान 21 जून को उसकी मौत हो गई. आज कामगारों ने उसके शव के साथ कंपनी गेट पर आंदोलन शुरु कर मांगे रखी है. इसकी वजह से व्यवस्थापन में खलबली मची है.

    आज सुबह 10 बजे सैकडों कामगार आवारपुर निवासी ईश्वर शिलारकर (49) का शव लेकर कंपनी के प्रवेश द्वार पर पहुंचे और मृतक के उपचार पर किया गया संपूर्ण खर्च, मृतक के परिवार को आर्थिक मदद और मृतक के परिवार के एक सदस्य को कंपनी में स्थायी नौकरी की मांग करने लगे. जब तक कंपनी मांग पूरी नहीं करती तब तक शव को वहां से न उठाने की चेतावनी कामगारों ने दी. इसकी वजह से व्यवस्थापन में खलबली मच गई.

    कंपनी ने आज सुबह से अपना मुख्य दरवाजा बंद कर रखा था. किंतु दोपहर 3.30 बजे रुके वाहनों का परिवहन सुचारु हो सके और दूसरी पाली के कामगार काम पर आ सके सुबह पाली के बाहर जा सके. इसके लिए प्रवेश द्वार खोल दिया. प्रवेश द्वार खोलते ही कामगार शव के साथ एडीएम कार्यालय पर पहुंच गए. अब कामगारों का आंदोलन बिल्डिंग के गेट पर पहुंचने से व्यवस्थान और अधिकारियों में खलबली मच गई है.

    आज सुबह से शुरु घटनाक्रम को देखते हुए कंपनी व्यवस्थापन के सामने बिकट असमंजस की स्थिति है. स्थिति को गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तगडे सुरक्षा बंदोबस्त किए है. अब कंपनी व्यवस्थापन क्या निर्णय लेता है इस ओर सभी की निगाहें लगी है. समाचार लिखे जाने तक कामगार संगठना के नेता और कंपनी व्यवस्थापन के बीच चर्चा शुरु होने की जानकारी है.

    किंतु अब मुख्य द्वार से व्यवस्थापन कार्यालय के सामने आंदोलन पहुंचने से परिसर में भारी तनाव की स्थिति निर्माण हो गई है.  गडचांदुर के उपविभागीय पुलिस अधिकारी के आदेश पर थानेदार गोपाल भारती की अगुवाई में दंगा नियंत्रण दल मौके पर मौजूद है और स्थिति पर नजर बनाये है.