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    चिमूर. आज सुबह 7 बजे नेरी निवासी संजय गराटे को उपचार के लिए नेरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए दाखिल किया गया. किंतु स्वास्थ्य केंद्र में डाक्टर न होने से उसे उपचार लाभ नहीं मिला और बिना उपचार के युवक की मौत हो गई. इसकी सूचना मिलते ही जिप सीईओ डा. मिताली सेठी ने दो डाक्टरों को निलंबित कर दिया है. 

    बिना उपचार के संजय शिवा गराटे (35) के मृत्यु की घटना ज्ञात होते ही स्थानीयों की भीड उमड पडी. डाक्टरों के निलंबन की मांग करने पर कुछ देर के लिए तनाव की स्थिति निर्माण हो गई. परिजन डा. मंगेश मंगर और डा. निखिल कामडी के निलंबन की मांग की. जब तक दोनों को निलंबित नहीं किया जाता है तब तक शव विच्छेदन न करने की चेतावनी दी. सूचना मिलते ही थानेदार गभणे, एपीआई गायकवाड ने स्थिति को संभाला और शव का पंचनामा बना पोस्टमार्टम के लिए चिमूर उपजिला अस्पताल भेज दिया.

    इसकी सूचना मिलते ही जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. राजकुमार गहलोत, टीएमओ मेश्राम स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचे और कर्मचारियों से पूछताछ कर घटना की जानकारी हासिल की. इस अवसर पर शिक्षा सभापति रेखा कारेकर, रोगी कल्याण समिति अध्यक्ष मनोज मामीडवार, सभापति लता पिसे उपस्थित थे.

    कांग्रेस जिप सदस्य डा. सतीश वारजुकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचे. जब तक डाक्टरों को सस्पेंड नहीं किया जाता तब तक अस्पताल कार्यालय से न जाने की चेतावनी देकर ठिया आंदोलन शुरु किया. इसकी सूचना जिला मुख्यालय तक पहुंचने पर तत्काल जिप सीईओ डा. मिताली सेठी ने दोनों डाक्टरों को सस्पेंड कर दिया.

    विधायक भांगडिया ने ली दखल

    सूचना मिलते पर क्षेत्रीय विधायक भांगडिया ने डाक्टरों के निलंबित कर दोनों डाक्टरों की डिग्री रद्द कर दोनों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करने की मांग स्वास्थ्य विभाग और मेडिकल कौसिंल से की है. स्वास्थ्य केंद के सभी कर्मचारियों का तत्काल तबादला कर सभी पदों को नये से भरने की मांग प्रशासन से की है.