त्र्यंबकेश्वर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने त्र्यंबकेश्वर (Trimbakeshwar) के गोरक्षनाथ गुफा में अनुपान शीला में भेंट दी थी। इस वजह से सीएम योगी आदित्यनाथ का त्रंबकेश्वर कनेक्शन (Trimbakeshwar Connection) चर्चा में आ गया है। संत निवृत्तिनाथ ने त्र्यंबकेश्वरी संजीवन समाधि ली थी। अखिल भारतीय भेष 12 पंथ गुरु गोरक्षनाथ अखाड़ा (Guru Goraksanath Akhara) त्र्यंबकेश्वर में स्थित है। त्र्यंबकेश्वर की सबसे पुरानी गुफा माठिका है। गंगाद्वार में गुरु गोरक्षनाथ गुफा है, यहां गोरक्षनाथ ने तप किया और उस तप स्थली को अनुपान शिला नाम से जाना जाता है।
इस तपस्थली का दर्शन और नवनाथ मंदिर गोरखनाथ अखाड़ा में 2015 में सिंहस्थ कुंभ मेले में योगी आदित्यनाथ आए थे। बाद में ये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। योगी आदित्यनाथ के फिर से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने की चर्चाओं के बीच उत्तर प्रदेश में बीजेपी (BJP) को मिली भारी जीत से त्रंबकेश्वर के साधु- संतों में आनंद की लहर दौड़ गई है।
गोरक्षनाथ अखाड़ा में महंत का अभिनंदन
यहां के गोरक्षनाथ अखाड़ा नवनाथ मंदिर में नाथ पंथीय साधुओं में आनंद व्यक्त किया जा रहा है। गुरु गोरक्षनाथ मंदिर में दर्शन लिया। यहां के पीर बालयोगी गणेश नाथ महाराज, पीठाधीश्वर नवनाथ मंदिर गोरक्षनाथ, अखाड़ा त्र्यंबकेश्वर और योगी यशनाथ ने आनंद व्यक्त किया है। भक्तों ने गोरक्षनाथ अखाड़ा में जाकर महंत महाराज ने अभिनंदन किया है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरीजी महाराज वर्तमान में गुजरात में हैं। उन्होंने भी मुख्यमंत्री आदित्यनाथ का अभिनंदन किया है। त्रंबकेश्वर के आनंद अखाड़ा के साधुओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से योगी की जीत पर आनंद व्यक्त किया है। यहां योगी चेतन नाथ की कुटिया है।