
पुणे: शनिवार शाम पुणे में रांकापा के शहर कार्यालय का उद्घाटन उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने किया। उस समय राष्ट्रवादी के कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ उमड़ी थी। कोरोना की तीसरी लहर की संभावित स्थिति होने के बावजूद पार्टी के कार्यकर्ता उद्घाटन कार्यक्रम में आये और भारी भीड़ की। सोशल मीडिया के जरिये लोगों ने रांकापा के साथ अजित पवार पर निशाना साधा है। बीजेपी के कई नेताओं ने पार्टी के साथ पवार पर हमला किया। विधान पार्षद में नेता प्रतिपक्ष प्रवीण दरेकर और विधायक गोपीचंद पडलकर ने भी अजित पवार पर मामला दर्ज करने की मांग की है।
एक तरफ मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के 55 वर्षगांठ फेसबुक पे सरल तरीके से मनाई। वहीं दूसरी तरफ अजित पवार के कार्यकर्ताओं ने भीड़ कर कोरोना की तीसरी लहर की शंभावना बढ़ा दी है। इस कार्यक्रम को लेकर विरोधी ने राकांपा की कड़ी आलोचना की है। भाजपा नेता गोपीचंद पडलकर ने अजित पवार को हिरासत में लेने की मांग की है।
विधायक पडलकर ने मराठी की एक कहावत कहते हुए कहा, “लोका संगे ब्रम्ह ज्ञान स्वता पाह कोरडे पाषाण ‘ ऐसी हालत अजित पवार की है। जब मैंने ११ मार्च को छात्रों के साथ आंदोलन किया, तब मुझे हिरासत में लिया गया था। मुझे रात 3 बजे तक थाने में रखा गया, उसके बाद मुझे जमानत दी गयी। अभी अजित पवार को भी हिरासत में लेना चाहिए।” उन्होंने कहा, ” यह कार्यक्रम जनहित का नही पार्टी का है। आयोजकों के ऊपर क्यों मामला दर्ज नहीं किया जा रहा है यह अजित पवार की गलती थी क्योंकि वो वह थे।”
भाजपा विधायक ने कहा, “शहर में वीकेंड लॉकडाउन है ऐसा प्रेस कॉनफेरेन्स में बताते है और खुद ही कार्यक्रम में जाकर भीड़ बढ़ाते है। सामान्य जनता पर भीड़ बढ़ने पर मामला दर्ज किया जाता है। पंढरपुर – मंगल वेढा उपचुनाव के दौरान आयोजक को हिरासत मे लिया गया था। अब अजित पवार के खिलाप मामला दर्ज किया जाए नहीं तो महाराष्ट्र में जितने भी मामले दर्ज किये है उन्हें ख़ारिज किया जाए।”
भीड़ का वीडियो हुआ वायरल
राष्ट्रवादी द्वारा पुणे में आयोजित हुए कार्यक्रम की कड़ी आलोचना की जा रही है। कार्यक्रम में आई भीड़ के फोटोज और विडिओ भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस पर लोगों राकांपा और अजित पवार काफी आलोचन कर रहे है। कार्यक्रम के दौरान अजित पवार ने खुद कहा की खुद ही नियम बनाना और तोडना सही नहीं है।
वीकेंड लॉक डाउन होने पर भी भीड़
पुणे में शनिवार और रविवार को वीकेंड लॉक डाउन रहता है। लॉक डाउन रहने पर भी कार्यक्रम के दौरान भीड़ हुई। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भीड़ न करने की और सार्वजानिक कार्यक्रम न नहीं करने की बात करते हैं। हालाँकि कार्यक्रम में उपमुख़्यमंत्री उपस्थित होने के कारण भीड़ बढ़ने पर अब महाविकास अघाड़ी पर आलोचना कि जा रही है।