मुंबई. हमेशा अपनी लाज़वाब अदाकारी से भारतीय सिनेमा में अमिट छाप छोड़ने वाले दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार (Dilip Kumar) का लंबी बीमारी के बाद आज यानी बुधवार की सुबह मुंबई के एक अस्पताल में निधन (Death) हो गया। उनके परिवार के सदस्यों और उनका इलाज कर रहे चिकित्सकों ने यह जानकारी दी। कुमार 98 वर्ष के थे।
फिलहाल सायरा बानो अपनी पति दिलीप कुमार का पार्थिव शारीर लेकर अपने आवास पहुँच चुकी हैं। जहाँ अब से कुछ देर पहले ही महाराष्ट्र CM उद्धव ठाकरे (Udhhav Thackeray) दिलीप कुमार को श्रद्धांजलि देने उनके आवास पहुंचे हैं। इसके साथ ही CM उद्धव ने यह निर्देश दिया है कि दिलीप कुमार का अंतिम संस्कार शासकीय सम्मान के साथ होगा। फिलहाल कई बड़ी हस्तियाँ और तमाम बड़े बॉलीवुड एक्टर्स उनके आवास पर अपने चहेते एक्टर दिलीप कुमार को श्रधांजलि देने पहुँच रहे हैं।
Maharashtra | Chief Minister Uddhav Thackeray consoles Saira Banu on the passing away of veteran actor Dilip Kumar in Mumbai
Actor Dharmendra present at the actor’s residence says, “I have lost my brother today. I will live with his memories in my heart.” pic.twitter.com/fuASQN3HJV
— ANI (@ANI) July 7, 2021
गौरतलब है कि हिंदी फिल्म जगत में ‘ट्रेजेडी किंग’ के नाम से मशहूर हुए दिलीप कुमार पिछले मंगलवार से हिंदुजा अस्पताल की गैर-कोविड गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती थे। उनका इलाज कर रहे डॉ। जलील पारकर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘लंबी बीमारी के कारण सुबह साढ़े सात बजे उनका निधन हो गया।”
दिलीप कुमार के पारिवारिक मित्र फैजल फारूकी ने अभिनेता के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर सुबह आठ बजकर एक मिनट पर लिखा, ‘‘भारी मन और बेहद दु:ख के साथ, मैं यह घोषणा कर रहा हूं कि कुछ मिनट पहले हमारे प्यारे दिलीप साहब का निधन हो गया। हम अल्लाह के बंदे हैं और हमें उनके पास ही लौटकर जाना होता है।” अदाकारा सायरा बानो के पति दिलीप कुमार को सांस लेने में तकलीफ के कारण पिछले महीने छह जून को भी इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उस समय उनके फेफड़ों के बाहर तरल पदार्थ एकत्र हो गया, जिसे चिकित्सकों ने सफलतापूर्वक निकाल दिया था और पांच दिन बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी।
हिंदी फिल्मों के सबसे लोकप्रिय अभिनेताओं में गिने जाने वाले दिलीप कुमार का असली नाम युसूफ खान था। उन्होंने 1944 में ‘ज्वार भाटा’ फिल्म से अपने कॅरियर की शानदार शुरुआत की थी और अपने पांच दशक लंबे कॅरियर में ‘मुगल-ए-आजम’, ‘देवदास’, ‘नया दौर’ तथा ‘राम और श्याम’ जैसी अनेक हिट फिल्में दीं। वह आखिरी बार 1998 में आई फिल्म ‘किला’ में नजर आए थे।