मुंबई: एनसीपी (NCP) और राज्य के पूर्व मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) की मुश्किलें बढ़ गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में नवाब मलिक की प्रॉपर्टी को जब्त करने की अनुमति मिल गई है। ऐसे में मलिक को बड़ा झटका लगा है। इनमें मुंबई (Mumbai) के गोवावाला परिसर में जमीन का एक हिस्सा, कुर्ला पश्चिम में तीन फ्लैट, बांद्रा पश्चिम में दो फ्लैट और उस्मानाबाद जिले में 147 एकड़ कृषि भूमि शामिल है। संपत्ति की जब्ती को लेकर ईडी के अधिकारी कानूनी सलाह मशविरा कर रहे हैं।
नवाब मलिक (Nawab Malik) को फरवरी महीने में ईडी ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की दिवंगत बहन हसीना पारकर से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। बाद में अप्रैल में, ईडी ने मलिक परिवार की प्रॉपर्टी को अस्थायी रूप से कुर्क किया। न्यायिक प्राधिकरण ने इस जब्ती को मंजूरी दे दी है। ये प्रॉपर्टी नवाब मलिक, उनके परिवार, सॉलिडस इंवेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड और मलिक इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी की हैं।
नवाब मलिक (Nawab Malik) फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं और एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। ईडी को प्रॉपर्टी को जब्त करने की अनुमति दी जा रही है, जिससे मलिक परिवार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। नवाब मलिक को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। वह दाउद इब्राहिम की संपत्तियों की खरीद फरोख्त और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसे हुए हैं।