Patra Chaul Case

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    मुंबई: पात्रा चौल मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शिवसेना नेता संजय राउत को हिरासत में ले लिया गया है। करीब नौ घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें हिरासत में लिया गया है। ईडी राउत को मुंबई स्थित जोनल हेडक्वार्टर ले जाया जा रहा है। सुबह सात बजे से जांच एजेंसी राउत के आवास पर पहुंची और की छानबीन कर रही थी। ईडी ने राउत पर जांच में सहयोग नहीं करने का आरोप लगते हुए  यह कार्रवाई की।

    खुद को नायक पेश करने की कोशिश 

    हिरासत में लिए जाने के बाद संजय राउत ने अपने समर्थको और शिवसैनिकों के सामने खुद को नायक और हीरो की तरह पेश किया। घर से निकलने के बाद पहले तो उन्होंने हाथ हिलाकर अपने समर्थको का अभिवंदन किया। इसी के साथ गले में भगवा झंडा हिलाकर और अपनी कार से बाहर निकलकर यह बताने की कोशिश की वह बालासाहेब के शिवसैनिक हैं और वह किसी से नहीं डरते। इस दौरान उनके भाई सुनील राउत भी मौजूद रहे।

    सुनील राउत ने की पुलिस वालों से धक्का-मुक्की 

    ईडी की रेड के दौरान पुलिस और संजय राउत के विधायक भाई सुनील राउत के बीच धक्का-मुक्की हो गई। संजय राउत के हिरासत लिए जाने के बाद आवास से बाहर निकले। सुनील राउत घर का गेट खोलना चाहते थे और अपने समर्थको को अंदर बुलाना चाहते थे। जिसे पुलिस कर्मियों ने मानने से इनकार कर दिया। इसी को लेकर विधायक राउत पुलिस वालो से भीड़ गए। 

    11 करोड़ की संपत्ति कर चुकी है जब्त

    इसके पहले ईडी ने राउत परिवार पर बड़ी कार्रवाई करते हुए संजय राउत की नौ करोड़ और उनकी पत्नी के नाम वाली 2 करोड़ की संपत्ति जब्त कर चुकी है। राउत लगातार खुद को इस मामले से उनका कोई संबंध नहीं है। उनका कहना है कि, पात्रा चौल कहा हैं यह तक नहीं मालुम। 

    समर्थकों की भारी भीड़ 

    राउत के आवास पर ईडी की रेड होने की खबर मिलते ही सुबह से बड़ी संख्या में समर्थन जमा हुए हैं। जिसको देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। राउत की गिरफ़्तारी को लेकर कई समर्थकों ने नारे लगाते हुए हंगामा किया। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है। 

    क्या है मामला?

    मामला मुंबई के गोरेगांव इलाके में पात्रा चॉल से जुड़ा है। यह महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवेलपमेंट अथॉरिटी का भूखंड है। इसमें करीब 1034 करोड़ का घोटाला होने का आरोप है। इस केस में संजय राउत की नौ करोड़ रुपये और राउत की पत्नी वर्षा की दो करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त हो चुकी है। आरोप है कि रीयल एस्टेट कारोबारी प्रवीण राउत ने पात्रा चॉल में रह रहे लोगों से धोखा किया। एक कंस्ट्रक्शन कंपनी को इस भूखंड पर 3000 फ्लैट बनाने का काम मिला था। इनमें से 672 फ्लैट पहले से यहां रहने वालों को देने थे। शेष एमएचएडीए और उक्त कंपनी  को दिए जाने थे, लेकिन वर्ष 2011 में इस विशाल भूखंड के कुछ हिस्सों को दूसरे बिल्डरों को बेच दिया गया था।