
मुंबई: शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने महाविकास अघाड़ी (Mahavikas Aghadi) पर बड़ा हमला बोला है। शिंदे ने शिवसैनिकों से भावनातमक अपील करते हुए एमवीए गठबंधन (MVA Alliance) की तुलना अजगर से कर दी है। शनिवार को किये ट्वीट में बागी नेता ने लिखा, “प्रिय शिवसैनिकों, अच्छी तरह से समझें, एम.वी.ए. के खेल को पहचानो..! मैं शिवसेना और शिवसैनिकों को एमवीए के अजगर के चंगुल से मुक्त कराने के लिए संघर्ष कर रहा हूं। यह लड़ाई आप शिवसैनिकों के लाभ के लिए समर्पित है….आपका एकनाथ संभाजी शिंदे।”
ज्ञात हो कि, एकनाथ ने राष्ट्रवादी कांग्रेस और कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं रखने की घोषणा करते हुए बगावत का बिगुल फूंका हुआ है। शिंदे ने पार्टी के 38 विधायकों सहित 12 निर्दलीयों को लेकर असम के गुवाहाटी में बैठे हुए हैं। वह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से गठबंधन तोड़ कर भाजपा के साथ सरकार बनने की मांग कर रहे हैं।
प्रिय शिवसैनिकांनो,
नीट समजून घ्या, म.वि.आ. चा खेळ ओळखा..! MVA च्या अजगराच्या विळख्यातून शिवसेना व शिवसैनिकांना सोडवण्यासाठीच मी लढत आहे. हा लढा तुम्हा शिवसैनिकांच्या हिता करीता समर्पित…. आपला एकनाथ संभाजी शिंदे.#MiShivsainik— Eknath Shinde – एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) June 25, 2022
शिवसेना से शिंदे को एक और मौका
शिवसेना कार्यकारिणी की बैठक में एकनाथ शिंदे और रामदास कदम को शिवसेना नेता के पद से हटाने की संभावना पर चर्चा हो रही थी। हालांकि बैठक में ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया। इसलिए, शिंदे और कदम दोनों अभी भी शिवसेना के नेतृत्व में हैं। इसलिए, शिवसेना अभी भी प्रतीक्षा और देखो की भूमिका में है। एकनाथ शिंदे की बगावत में रामदास कदम के बेटे विधायक योगेश कदम भी शामिल हैं। साथ ही रामदास कदम शिवसेना में नाखुश हैं। इस बीच एक कथित ऑडियो क्लिप को लेकर उद्धव ठाकरे भी कदम से नाराज हैं। कहा गया कि इन दोनों नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। लेकिन शिवसेना की कार्यकारिणी की बैठक में ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया।
दम है तो चुनाव लड़कर दिखाए
पर्यावरण मंत्री और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने शिंदे सहित बागी विधायकों पर हमला बोला है। उन्होंने सभी को इस्तीफा देकर दोबारा चुनाव लड़ने की चुनौती दी है। आदित्य ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, “कुछ लोग पार्टी तोड़ कर असम में बैठे हुए हैं। अच्छा हुए वो लोग यहाँ से चले गए। पार्टी से गंदगी निकल गया।” उन्होंने कहा, “अगर बागियों में हिम्मत है तो इस्तीफा देकर फिर से चुनाव मैदान में आओ हम भी इस्तीफा देते हैं। देखते हैं कौन जीतता है।”