Belgaum Civic Polls : The defeat of MES in the Belgaum civic elections is unfortunate- Shiv Sena leader Sanjay Raut
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  • बोले- फाइल पर साइन हुआ तो बाटेंगे पेड़ा
  • विधायक की फाइल बोफोर्स और राफेल की डील नहीं

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मुंबई. महाराष्ट्र विधान परिषद के लिए भेजे गए 12 नेताओं की फाइल पर साइन नहीं करने की वजह से ठाकरे सरकार (Thackeray Government) के नेता राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Governor Bhagat Singh Koshyari) पर लगातार हमला बोल रहे हैं। शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत (Shiv Sena Spokesperson Sanjay Raut) ने कहा है कि यह साफ हो गया है कि 12 विधायकों के नाम वाली फाइल किसी भूत ने चोरी नहीं की है, बल्कि यह राजभवन में है। इसलिए राज्यपाल को जल्द से जल्द इस पर हस्ताक्षर (Signature) करना चाहिए। 

उन्होंने कहा कि यदि राज्यपाल  इस पर साइन करते हैं तो वे पेड़ा बाटेंगे। राउत ने कहा कि  यह फाइल किसी बोफोर्स, राफेल या किसी ठेकेदार की डील से जुड़ी नहीं हैं। 12 नेताओं के नाम को राज्य मंत्रिमंडल ने सर्वसम्मति से मंजूरी दी है। इस फाइल को दिए छह महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है। यह महाराष्ट्र में गतिशील प्रशासन की परंपरा के अनुरूप नहीं है। राज्यपाल राज्य का प्रमुख होता है इसलिए उन्हें इसकी जानकारी होनी चाहिए। पिछले साल 6 नवंबर को महाविकास आघाडी सरकार के तीन मंत्री नवाब मलिक, अमित देशमुख और अनिल परब ने राजभवन का दौरा किया था और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को नेताओं की सूची सौंपी थी। इस मामले के 6 महीने से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी राज्यपाल ने समाचार लिखे जाने तक कोई फैसला नहीं लिया है । 

हाईकोर्ट ने घेरा 

12 नेताओं की फाइल पर साइन नहीं करने की वजह से बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी राज्यपाल कोश्यारी से सवाल पूछा है। एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा है कि आखिर यह फाइल कहां दब गई है।  हाईकोर्ट की टिप्पणी के बाद राज्यपाल की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। 

पहले इंकार, फिर इकरार 

आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने राज्यपाल सचिवालय से 12 विधायकों की सूची मांगी थी। हालांकि सचिवालय ने कहा कि ऐसी सूची उपलब्ध नहीं है, जिसके बाद राजनीति शुरू हो गई थी। अंत में सचिवालय ने स्पष्ट किया कि गोपनीय कारणों से सूची देना संभव नहीं है। हालांकि अब जबकि 12 विधायकों की सूची राजभवन में है, ऐसे में सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि राज्यपाल कोश्यारी इस संबंध में कोई फैसला लेते हैं या नहीं।