
मुंबई: महाराष्ट्र में डेल्टा के बाद डेल्टा प्लस वेरिएंट का खतरा मंडराने लगा है। राज्य में कोरोना वायरस के इस नए वेरिएंट से पहली मौत हुई है। जिसकी पुष्टि खुद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने की है।
मंत्री ने बताया कि, “राज्य में कोरोना वायरस के कुल 21 मामले हैं। जिसमें से 80 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई है। महाराष्ट्र में इस वेरिएंट से यह पहली मौत है।” उन्होंने कहा, “इस वैरियंट के सबसे ज्यादा मामले रत्नागिरी में मिले हैं, जिनका आकड़ा सात है। वहीं जलगांव में सात, मुंबई में दो और पालघर, ठाणे तथा सिंधुदुर्ग जिले में एक-एक मामला सामने आए है।”
Out of 21 Delta Plus #COVID19 variant patients in Maharashtra, one 80-year-old with co-morbidities has died: Maharashtra Health Minister Rajesh Tope pic.twitter.com/qiSLlLwBjx
— ANI (@ANI) June 25, 2021
राज्य में तीन करोड़ को लगी वैक्सीन
कोरोना के संकट को देखते शुरू टीकाकरण अभियान को भी तेज कर दिया गया है। महाराष्ट्र देश का पहला राज्य बन गया है, जहां तीन करोड़ लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया है। राज्य के अतिरिक्त स्वास्थ्य सचिव डॉ प्रदीप व्यास ने बताया कि, “3 करोड़ कोविड वैक्सीन खुराक देने वाला महाराष्ट्र देश का पहला राज्य बन गया। महाराष्ट्र ने आज दोपहर 2 बजे यह मील का पत्थर पार किया। राज्य में अब तक 3,00,27,217 वैक्सीन डोज दी जा चुकी हैं।”
जीनोम अनुक्रमण से चलता है पता
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि राज्य के विभिन्न हिस्सों से 7,500 नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। ये नमूने 15 मई तक एकत्रित किए गए थे और इनका जीनोम अनुक्रमण किया जा चुका है। जीनोम अनुक्रमण से सार्स-सीओवी-2 में छोटे से छोटे उत्परिवर्तन (वायरस के स्वरूप बदलने का) का भी पता चल जाता है।
टोपे ने बताया कि जो लोग ‘डेल्टा प्लस’ से संक्रमित पाए गए हैं, उन्होंने हाल ही में यात्रा की थी या नहीं, कोविड-19 रोधी टीका लगवाया था या नहीं और क्या वे दोबारा संक्रमित हुए…उनसे जुड़ी अन्य जानकारी एकत्रित की जा रही है। उनके सम्पर्क में आए लोगों की भी पहचान की जा रही है।