महाराष्ट्र: महाराष्ट्र में कई राजनीतिक विवाद देखने को मिल रहे है, लेकिन फिलहाल जो विवाद बेहद चर्चा में है वह थोड़ा अलग है। जी हां हमेशा अपने अजीबोगरीब फैशन स्टाइल के लिए चर्चा में रहने वाली उर्फी जावेद और बीजेपी नेता चित्रा वाघ के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। उर्फी के अजीबोगरीब कपड़ों पर बीजेपी नेता चित्रा वाघ ने ऐतराज जताया था।
उन्होंने ट्वीट कर उर्फी पर निशाना साधा। उसके बाद चित्रा वाघ ने सीधे पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर उर्फी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। चित्रा वाघ ने इस मुद्दे पर राज्य महिला आयोग की भी आलोचना की। अब इस विवाद में एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड कूद पड़े हैं और उन्होंने ट्वीट कर चित्रा वाघ पर निशाना साधा है। आइए जानते है NCP नेता जितेंद्र आव्हाड ने क्या कहा है…
जानें क्या कहा आव्हाड ने…
जितेंद्र आव्हाड ने ट्वीट कर इस मुद्दे पर कड़ा निशाना साधा है. ‘क्या कोई जवाब देगा कि 5000 साल तक शूद्र महिलाएं अपने स्तनों को प्रथा के अनुसार नहीं ढक सकती थीं… कारकों के बारे में जानकारी दें कि नई पीढ़ी.. कम से कम आज की महिलाएं जैसा चाहें वैसा व्यवहार कर सकती हैं.. 5000 साल महिलाओं को नहीं करना चाहिए उपभोग की वस्तु के रूप में उनका आनंद लेने वालों द्वारा भौंकना’ ट्वीट आव्हाड द्वारा किया गया था। इस बीच आव्हाड के ट्वीट के बाद यह विवाद और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
ह्याचे कुणी उत्तर देईल का कि 5000 वर्ष क्षुद्र स्त्रियांना वक्ष म्हणजेच उरोज प्रथे प्रमाणे झाकताच येत नव्हते … घटकंचुकी ची माहिती द्या कि नव्या पिढीला .. कमीतकमी आजच्या स्त्रियांना मना प्रमाणे वागता तरी येते .. 5000 वर्ष स्त्री हि उपभोगाची वस्तू म्हणून उपभोगणार्यांनी भुंकू नये
— Dr.Jitendra Awhad (@Awhadspeaks) January 8, 2023
क्या है मामला?
गौरतलब हो कि उर्फी के अजीबोगरीब कपड़ों पर बीजेपी नेता चित्रा वाघ ने ऐतराज जताया था। उन्होंने ट्वीट कर उर्फी पर निशाना साधा। उसके बाद चित्रा वाघ ने सीधे पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर उर्फी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। चित्रा वाघ ने इस मुद्दे पर राज्य महिला आयोग की भी आलोचना की। उसके बाद राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर और चित्रा वाघ आमने-सामने आ गईं। अब इस विवाद में जितेंद्र आव्हाड भी कूद गए हैं और उनोन्हे इस मामले को लेकर ट्वीट कर अपनी बात रखी है, जिससे उर्फी जावेद विवाद और भी ज्यादा भड़क गया है।