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    गड़चिरोली. पिछले अनेक माह से गड़चिरोली तहसील के विभिन्न गांवों में नरभक्षी बाघ ने दहशत मचा रखी है़  वहीं अब तक बाघ ने 15 लोगों की जान ली है़  बाघ बाधित क्षेत्र के आंदोलन के बाद नरभक्षी बाघ को पकड़ने की अनुमति मिली़  जिसके लिये वनविभाग ने गड़चिरोली तहसील के जंगल में नागझिरा की आरआरटी और मेलघाट की टीम को बुलाया था़  वनविभाग को नरभक्षी बाघ को पकड़ने के लिये 30 सितंबर तक का समय दिया गया था.

    लेकिन दोनों टिमों को बाघ को पकड़ने में सफलता नहीं मिली.ऐसे में जिला प्रशासन पुन: सभी विभागों की बैठक लेकर वनविभाग को बाघ को पकड़ने के लिये पुन: 10 दिनों की अवधि बढ़ा दी गई़ लेकिन इन 10 दिनों का अल्टिमेटम भी रविवार को खत्म हो गया है़  लेकिन वनविभाग को सफलता नहीं मिली है़  इधर बाघ नहीं मिलने के कारण तहसील के नागरिकों में दहशत का वातावरण निर्माण हो गया है़ 

    दहशतगर्द वातावरण में लोग 

    पिछले अनेक माह से गड़चिरोली तहसील के विभिन्न गांवों में नरभक्षी बाघ ने दहशत मचाते हुए 50 से 60 मवेशियों को अपना निवाला बनाया़  वहीं तहसील के 15 लोगों की जान ली़ इधर वनविभाग द्वारा नरभक्षी बाघ को पकड़ने के लिये बाहर जिलों से टीमें बुलाने के कारण कुछ हद तक तहसील के नागरिकों ने राहत की सांस ली थी. लेकिन संबंधित टीमों को भी बाघ पकड़ने में सफलता नहीं मिली़  इधर बाघ की दहशत कायम होने के कारण क्षेत्र के गांवों के नागरिक मजबूरी में दहशतगर्द वातावरण में जीवनयापन कर रहे है़ 

    बाघ को पकड़ने का हरसंभव प्रयास जारी: डा़ मानकर 

    गड़चिरोली के मुख्य वनसंरक्षक डा़  किशोर मानकर ने बताया कि, नरभक्षी बाघ को पकड़ने के लिये वनिवभाग हरसंभव प्रसाय कर रहा है़  साथ ही लोगों में जनजागृति करने का कार्य निरंतर रूप से जारी है़  इसके अलावा बाघ बाधित क्षेत्र में वनकर्मी तैनात है़  फिलहाल नरभक्षी बाघ ट्रैप कैमेरों में नहीं दिखाई दे रहा है़  जैसे ही बाघ दिखाई देगा, वैसे ही टीम को बुलाकर बाघ को पकड़ा जाएगा़ ऐसी जानकारी उन्होंने दी.