
गडचिरोली: गडचिरोली जिला पुलिस दल, पुलिस दादलोरा खिड़की और मैत्री परिवार संस्था नागपुर, तथा गडचिरोली शाखा के संयुक्त तत्वावधान में आगामी 26 मार्च भव्य सामूहिक विवाह समारोह शहर के चंद्रपुर मार्ग के अभिनव लॉन में सुबह 10 बजे आयोजित किया गया है़ इस सामुहिक विवाह सम्मेलन में 8 सरेंडर नक्सलियों समेत 127 आदिवासी जोडो का विवाह रचनाया जाएगा.
ऐसी जानकारी शुक्रवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में जिला पुलिस अधिक्षक नीलोत्पल ने दी़ इस समय मैत्री परिवार संस्था के अध्यक्ष प्रा संजय भेंडे, संस्था सचिव प्रा़ प्रमोद पेंडके, शाखा प्रमुख निरंजन वासेकर, दिलीप ठाकरे, प्रकाश रथकंठीवार, दत्ता शिर्के, डा़ अमित सालवे, संजय बर्वे, रोहित हिमते, सुनिल जयस्वाल, मंजुशा जोशी, अश्विनी भांडेकर, हेमंत नायडु, प्रा़ अनिल यावलकर, उपविभागीय पुलिस अधिकारी प्रणील गिल्डा, पीआरओ धनंजय पाटिल आदि उपस्थित थे़
अब तक 433 जोडों का रचाया विवाह
मैत्री परिवार संस्था पिछले डेढ़ दशक से सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षिक, स्वास्थ्य और पर्यावरण के क्षेत्र में काम कर रही है. मैत्री परिवार ने गढ़चिरोली जिले को गोद लिया है. और पुलिस विभाग की मदद से जिले के विभिन्न हिस्सों में दीपावली पर्व मनाने के अलावा कपड़े वितरण, चिकित्सा शिविर, शैक्षिक गतिविधियां,रोजगार मेलों का आयोजन किया जाता है. वर्ष 2018 में पहली बार आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के युवक-युवतियों को मुख्यधारा में लाने तथा नक्सलवाद से भयभीत इस क्षेत्र में अमन चैन कायम करने के उद्देश्य से सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया था. अब तक संस्था द्वारा कुल 433 आदिवासी युवक-युवतियों की शादी रचाई गयी है़ जिनमें 15 आत्मसमर्पित नक्सली जोड़े भी शामिल हैं.
भव्य विवाह मंडप का होगा निर्माण
आगामी 26 मार्च को सामूहिक विवाह समारोह में कुल 127 आदिवासी युवकों की शादी होगी. और इस समारोह का मुख्य आकर्षण आत्मसमर्पण करने वाले 8 नक्सली जोड़ों होगे. 3500 लोगों के बैठने की क्षमता वाला एक भव्य गुंबद इस भव्य समारोह के लिए 500 गुणा 80 वर्ग फीट का भव्य गुंबद बनाया जा रहा है. इसमें 3500 लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी. गडचिरोली जिले के अलग-अलग हिस्सों से आनेवाले दूल्हा-दुल्हन को 10 जोन में बांटा जाएगा.
दूल्हा-दुल्हन और उनके रिश्तेदारों के बैठने की व्यवस्था होगी. स्वयंभू नक्सली दुल्हनों के लिए एक अलग जोन ‘नवजीवन’ बनाया गया है. विभिन्न मंडपों के शूरवीरों के नाम विवाह स्थल पर अलग-अलग आकार के चार मंडप बनाए जाएगे़ वहीं वधु को सोने का मंगलसूत्र, चांदी का दोहा और सांसारिक सामग्री – सालभर संपर्क में रहकर नवविवाहितों को रोजगार दिलाने का प्रयास करने के साथ ही नवविवाहित जोड़ों को प्रमाण पत्र वितरित किया जाएगा़ ऐसी जानकारी दी गई.