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    गड़चिरोली. 28 अक्टूबर से रापनि कर्मचारियों ने सरकारी सेवा में समावेश करने की प्रमुख मांग को लेकर हड़ताल शुरू कर दिया है. इस हड़ताल में रापनि के गड़चिरोली विभागीय नियंत्रक कार्यालय अंतर्गत आनेवाले गड़चिरोली, ब्रम्हपुरी और अहेरी डिपो के करीब 600 से अधिक कर्मचारी शामिल हुए है.

    इधर रापनि कर्मचारियों द्वारा हड़ताल शुरू करने के कारण पिछले 12 दिनों से रापनि को करोड़ों रूपयों का नुकसान हुआ है. ऐसे में अनेक बार आंदोलनकर्ताओं को सेवा में पूर्ववत शामिल होने संदर्भ में नाटिस समेत मौखिक सूचना देने के बाद भी आंदोलनकर्ता सेवा में शामिल नहीं हो रहे है.

    आखिरकार रापनि से गड़चिरोली विभागीय नियंत्रण कार्यालय अंतर्गत आनेवाले गड़चिरोली, ब्रम्हपुरी और अहेरी डि़पो के करीब 14 आंदोलनकर्ताओं को निलंबन करने संदर्भ में नोटिस भिजवाया है. जिससे आंदोलनकर्ताओं में खलबली मच गयी है. लेकिन दुसरी ओर अपनी मांग हल होने तक हड़ताल जारी रखने की चेतावनी आंदोलनकर्ताओं ने दी है.

    पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त

    पिछले 12 दिनों से गड़चिरोली जिला मुख्यालय समेत अहेरी और ब्रम्हपुरी के डिपों के सामने रापनि कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दिया है. विभाग द्वारा अनेक बार सूचना देने के बावजूद भी रापनि कर्मचारी हड़ताल बंद नहीं किए है. ऐसे मेंं वरिष्ठ स्तर से रापनि कर्मचारियों के हड़ताल को गैरकानूनी बताया है. जिसके कारण आंदोलनस्थल पर विरपित घटना न घटे, इसलिये पुलिस विभाग द्वारा गड़चिरोली जिला मुख्यालय के आंदोलनस्थल पर तगड़ा बंदोबस्त रखा गया है. मंगलवार को सुबह से लेकर शाम तक पुलिस अधिकारी व जवान आंदोलनस्थल पर तैनात थे.

    12 दिनों में 3 करोड़ 60 लाख का नुकसान

    एक तरफ रापनि कर्मचारी अपनी प्रमुख मांग को लेकर पिछले 12 दिनों से रापनि कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दिया है. विशेषत: दिवाली उत्सव में रापनि का अधिक मुनाफा होता है. लेकिन ऐन दिवाली के मौके पर रापनि कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू करने से रापनि का करोड़ों रूपयों का नुकसान होने की जानकारी मिली है. बताया जा रहा है कि, गड़चिरोली विभागीय नियंत्रक कार्यालय अंतर्गत आनेवाले गड़चिरोली, ब्रम्हपुरी और अहेरी डिपो का इन 12 दिनों की कालावधि में प्रति दिवस 30 लाख ऐसा कुल 3 करोड़ 60 लाख रूपयों का नुकसान होने की जानकारी विभाग से मिली है.

    निजि वाहनों से सफर कर रहे यात्रि

    रापनि की बससेवा सबसे सुरक्षित होने के कारण अधिकत्तर यात्रि रापनि की बसों से ही सफर करते है. लेकिन रापनि कर्मचारियों द्वारा हड़ताल शुरू किए जाने के कारण  पिछले 12 दिनों से संपूर्ण गड़चिरोली जिले में रापनि की सेवा पुरी तरह प्रभावित हो गयी है. जिसके कारण जिले के यात्रियों को मजबूरन निजि वाहनों से आवागमन करना पड़ रहा है. ऐसे में निजि वाहनधारक यात्रियों से अधिक पैसे वसूलने की जानकारी मिली है. विशेषत: निजि वाहनों में क्षमता से अधिक यात्रियों को बिठाए जाने के कारण यात्रियों को जानलेवा सफर करना भी पड़ रहा है.