…….एक विवाह ऐसा भी; कोरोना ने छिना माता-पिता का साया, सामाजिक कार्यकर्ता ने कन्यादान किया

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    गड़चिरोली. गत वर्ष कोरोना महामारी ने अनेक लोगों की जाने ली. किसी का पिता, किसी की मां, किसी की पत्नी, किसी का भाई, किसी की बहन ऐसे अनेक रिश्तों को कोरोना ने पलभर में पराया कर दिया.

    कोरोना के चलते बड़ी तेजी से अनाथों की संख्या बढऩे लगी. लेकिन अनाथ हुए बच्चों को उनके परिजन ही स्वीकारने से इनकार करने के मामले भी सामने आये है. तो किसी ने अपनापन दिखाने हुए कोरोना से बेसहारा हुए बच्चों को स्वीकार किया है. ऐसा ही एक मामला गड़चिरोली जिले में सामने आया है.

    जिले के आखरी छोर पर बसे भामरागड़ में कोरोना के चलते एक ही माह में पति-पत्नी की मृत्यु हो गयी. जिसके कारण उनकी बेटी बेसहारा हो गयी. लेकिन परिनजों ने उसे स्वीकारने से इनकार किया. ऐसे में गड़चिरोली के सामाजिक कार्यकर्ता विवेक मून और उनकी पत्नी ग्रीष्मा मून माता-पिता के निधन के बाद बेसहारा हुई युवती को सहारा देकर रविवार 9 जनवरी को उसका विवाह गड़चिरोली जिला मुख्यालय समीपस्थ पारड़ी गांव में रचाया गया. जिससे इस अनोखे विवाह की चर्चा समूचे जिले में हो रही है. वहीं मून परिवार के कार्य की सराहना भी की जा रही है. 

    एक ही माह में अनाथ हो गयी थी कल्याणी

    भामरागड़ निवासी श्रीकांत कैलास मोड़क यह अपनी पत्नी लक्ष्मी मोड़क व बेटी कल्याणी मोड़क के साथ विभिन्न तरह का रोजगार कर जीवनयापन कर रहे थे. इसी बीच मार्च 2021 में कल्याण के घर के चार सदस्य कोरोना बाधित पाए गए. इस दौरान 5 अप्रैल को कल्याणी दादी की मृत्यु हो गयी.

    वहीं 13 अप्रैल को पिता ने कोरोनो दम तोड़ा तो 28 अपै्रल को  कल्याण की मां की मृत्यु हो गयी. अपै्रल माह में माता-पिता समेत दादी ऐसे तीन लोगों की  मृत्यु होने के कारण कल्याणी एक ही माह में अनाथ हो गयी. जिसके कारण अपे्रल 2021 इस माह से कल्याणी के जीवन में अंधेरा भर दिया. 

    मून दम्पंती ने दिखाया अपनापन

    भामरागड़ निवासी कल्याणी के माता-पिता समेत दादी की एक ही माह में मृत्यु होकर कल्याणी अनाथ होने की जानकारी मिलते ही गड़चिरोली के सामाजिक कार्यकर्ता विवेक मून और उनकी पत्नी ग्रीष्मा मून ने कल्याणी के सिर पर ममता का हाथ रखा. और उसको गोद लेकर उनकी जिम्मेदारी उठा ली.

    इस दौरान कल्याणी विवाह लायक होने  के कारण मून दम्पंती ने कल्याणी के विवाह के लिये वर ढुंढना शुरू कर दिया. गड़चिरोली शहर के गोकुलनगर निवासी भिमराव भैसारे के साथ कल्याणी का विवाह तय किया. और रविवार को गड़चिरोली समीपस्थ पारड़ी गांव में कल्याणी का विवाह कार्य संपन्न किया. 

    अनेकों ने दिया कल्याणी को आशिर्वाद

    कल्याणी के विवाह की तारीख तय होने के बाद रविवार को पारड़ी गांव में कल्याणी का विवाह आयोजित किया गया था. कोरोना के चलते माता-पिता का निधन होने के बाद बेसहारा हुई कल्याणी को मून दम्पंती ने सहारा दिया. और रविवार को उसका विवाह किया गया.

    कल्याणी को विवाहित जीवन सूखमय और खुशहाली से बीते, इसलिये  कल्याणी को आशिर्वाद देने अनेकों ने उपस्थिति दर्शाकर कल्याणी को आशिर्वाद दिया. इस समय प्रमुखता से गड़चिरोली की नगराध्यक्ष योगिता पिपरे, पार्षद प्रमोद पिपरे, जेष्ठ समाजसेवी रोहिदास राऊत समेत अनेक राजनितिक  दल व सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों समेत नागरिक उपस्थित हुए थे.