गड़चिरोली. गत शनिवार को जिले के मदिनटोला जंंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ में जहाल नक्सली मिलिंद तेलतुंबड़े समेत 27 नक्सलियों को सी-60 के कमांडों ने ढेर किया. इतनी बड़ी तादाद में नक्सली मारे जाने के कारण अब उत्तर गड़चिरोली में नक्सलियों का नेतृत्व ही नहीं बचने की बात कही जा रही है.
वहीं दुसरी ओर उत्तर गड़चिरोली में नक्सलियों का सफाया करने के कारण जिला पुलिस अधिक्षक अंकित गोयल और जिला पुलिस दल की संपूर्ण में देश में सराहना की जा रही है. 27 नक्सली एकसाथ मारे जाने के कारण गड़चिरोली जिले के उत्तरी हिस्सा दहशमुक्त होने की बात भी कही जा रही है.
शुरू वर्ष नक्सलियों पर हावि रही पुलिस
2021 की बात करें तो, वर्ष के शुरूआत से ही जिला पुलिस दल नक्सल आंदोलन पर हावि दिखाई दे रहा है. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का उचित मार्गदर्शन और जाबांत सी-60 कमांडों की सटिक रणनिति के चलते शुरू वर्ष जिला पुलिस दल के लिय सफलतापूर्ण रहा है. गत माह में कुछ नक्सलियों ने जिला पुलिस दल के सामने आत्मसमर्पण किया था.
वहीं करीब 4 नक्सलियों को पकडऩे में पुलिस को सफलता भी मिली थी. ऐसे में अब बडे कैडर के नक्सलियों समेत 27 नक्सलियों को मार गिराए जाने से जिला पुलिस दल को वर्ष की सबसे बड़ी कामयाबी मिली है.
जिले में नक्सलियों की संख्या हुई कम
गड़चिरोली जिले में नक्सली गतिविधियों संदर्भ में पिछले दो वर्ष का इतिहास देखे तो जिला पुलिस दल के उचित रणनिति के चलते जिले में नक्सली किसी बड़ी हिसंक घटना को अंजाम नहीं दे पाये. लेकिन इस कालावधि में अनेक नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, तो कुछ नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया.
जिसके कारण पिछले दो वर्षो से गड़चिरोली जिले में 150 से भी कम नक्सली थे. लेकिन अब हाल ही में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 27 नक्सली मारे जाने के कारण अब नक्सलियों की संख्या 100 के करीब पहुंच गयी है. ऐसी भी बात कही जा रही है.
उत्तर गड़चिरोली लोग हुए दहशतमुक्त
गड़चिरोली जिले के अन्य हिस्सों की तुलना में उत्तर गड़चिरोली में सर्वाधिक नक्सली कार्रवाईयां होती थी. जिसके कारण इस क्षेत्र के नागरिकों को दहशत भरे वातावरण में जीवनयापन करना पड़ता था. उत्तर गड़चिरोली में कोरची, कुरखेड़ा और धानोरा तहसील का समावेश है. यह क्षेत्र आदिवासी बहुल होने के साथ ही पुरी तरह जंगलव्याप्त है.
जिसके कारण नक्सली घटनाएं भी अधिक होती है. लेकिन अब 27 नक्सली मारे जाने विशेषत: बड़े कैडर के नक्सली मारे जाने के कारण उत्तर गड़चिरोली के नागरिक अब दहशतमुक्त वातावरण में सांस ले रहे है.