देसाईगंज में हुआ चक्का जाम आंदोलन, यात्री ट्रेनें बढ़ाने की मांग

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    देसाईगंज. कोरोना कालावधि में रेल सेवा बंद थी. ऐसे में करीब देढ़ वर्षो की कालावधि के रेल गाडिय़ों का परिचलन शुरू हुआ. लेकिन चंद्रपुर-बल्लारशाह-गोंदिया इस रेल मार्ग पर यात्रि टे्रनें नहीं होने के कारण यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. जिससे उक्त मार्ग पर यात्रि टे्रनें शुरू करने की प्रमुख मांग को लेकर सोमवार को देसाईगंज के लाखांदुर टी-पाईंट पर भाकपा और समाजवादी पार्टी द्वारा चक्काजाम आंदोलन किया गया. 

    गड़चिरोली जिले के देसाईगंज में एकमात्र रेलस्थानक है. इस रेल स्थानक के माध्यम से गड़चिरोली जिले के नागरिक विभिन्न जिले अथवा राज्यों में आवागमन करते है. लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते करीब देढ़ वर्षो से रेल सेवा पुरी तरह प्रभावित हो गयी. इसके बाद राज्य में कोरोना का संक्रमण कम होने के बाद रेल गाडियां शुरू हो गयी.

    लेकिन चंद्रपुर-बलारशाह-गोदियां इस रेल मार्ग पर यात्रि टे्रनें काफी कम संख्या में शुरू है. जिसके कारण जिले के यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.  जिससे उक्त मार्ग पर पूर्ववत यात्रि टे्रने शुरू करने की मांग को लेकर चक्काजाम आंदोलन किया गया. वहीं आंदोलन के बाद स्टेशन मास्टर को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा गया.

    इस आंदोलन में भाकपा के डा. महेश कोपुलवार, समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष इलियास पठाण, भाकपा के देवराव चवले, लालसिंग धालीवाल, फैजान पटेल, सपना आत्राम, खलील पठाण, नरेश वासनिक, खेमराज नेवारे, तवंगर कुरेशी, जीब्राइल शेख, जावेद खान, असलम शेख, समीर शेख, मीणा चौधरी, लता मेश्राम, सविता बैसारे, सुरेश सोनटक्के, मिनाक्षी सेलोकर, रमेश उप्पलवार, संजय वालके समेत बड़ी संख्या में भाकपा व समाजवादी पार्टी के पदाधिकरी और कार्यकर्ता उपस्थित थे.