Khandwe Police Suspended

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गड़चिरोली.  चामोर्शी पुलिस थाने के थानेदार राजेश खांडवे पूर्व जिप सभापति अतुल गण्यारपवार की पिटाई करने के मामले में चर्चा में आए थे. इसी मामले में थानेदार खांडवे के खिलाफ उसी के थाने में मामला दर्ज करने का आदेश देनेवाले न्यायाधिश के बंगले में जाकर न्यायाधिश को धमकाना थानेदार खांडवे को महंगा पडा है. धमकाने के मामले में न्यायाधिश ने चामोर्शी पुलिस थाने में थानेदार खांडवे के खिलाफ शिकायत दर्ज की है.

विशेषत: इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला पुलिस अधिक्षक नीलोत्पल ने चामोर्शी के थानेदार राजेश खांडवे को तत्काल निलंबित किया. वहीं उनका चार्ज दुसरे अधिकारी को  दिया गया है. इस मामले में पुलिस विभाग में खलबली मच गयी है. 

गण्यारपवार की पिटाई मामले में न्यायाधिश ने दिया था मामला दर्ज करने का आदेश 

चामोर्शी कृषि उपज बाजार समिति के चुनाव के दौरान थानेदार खांडवे  ने  चामोर्शी कृषि उपज बाजार समिती के अध्यक्ष अतुल गन्यारपवार की थाने में बुलाकर पिटाई की थी. इस मामले में गण्यारपवार ने चामोर्शी के न्यायालय ने याचिका दायर की. जिसपर सुनवाई करते हुए 20 मई को चामोर्शी न्यायालय के प्रथम श्रेणी न्यायाधिश एन. डी. मेश्राम के न्यायालय ने थानेदार खांडवे के खिलाफ चामोर्शी पुलिस थाने में अपधरा दर्ज करने का आदेश दिया था. 

आदेश से बौखलाया थानेदार पहुंचा न्यायाधिश के बंगले में 

गण्यारपवार की पिटाई करने के मामले में न्यायाधिश एन. डी. मेश्राम के न्यायालय ने थानेदार राजेश खांडवे के खिलाफ चामोर्शी पुलिस थाने में अपराध दर्ज करने का आदेश दिया. इसी बीच 25 मई को सुबह थानेदार राजेश खांडवे न्यायाधिश मेश्राम के बंगले में पहुंचा. मामला दर्ज करने के आदेश को लेकर न्यायाधिश से बाचाबाची कर धमकी दी. इसके बाद खांडवे वहां से निकल गये.

इस मामले की सूचना न्यायाधिश खांडवे ने जिला पुलिस अधिक्षक को दी. साथ ही इस मामले की शिकायत घटना के दिन ही चामोर्शी पुलिस थाने में दर्ज की गई. इधर जिला पुलिस अधिक्षक नीलोत्पल ने रात के समय थानेदार खांडवे को निलंबित किया. वहीं थानेदार का चार्ज पुलिस उपनिरीक्षक सुधीर साठे को सौंपा है. विशेषत: थानेदार खांडवे के खिलाफ चामोर्शी पुलिस थाने में अपराध दर्ज किया गया है. 

खांडवे की सफलता पर फेरा पाणी

बिड जिले के केज गाव  निवासी  राजेश खांडवे सेना में अफसर बनना चाहते थे. लेकिन यह संभव नहीं हो पाया. जिसके बाद खांडवे ने  राज्य सेवा आयोग की परीक्षा उत्तीर्ण होकर वर्ष  2015 में पुलिस उपनिरीक्षक के रूप में पुलिस दल में शामिल हुए. उन्हें पहली पोस्टिंग गडचिरोली जिले में दी गई. 

यहां पर वह सी-60 पथक में शामिल होकर करीब 16 बार नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड में शामिल थे. उनके उल्लेखनीय कार्य के चलते उनहें 2018 और 2020 में दो बार राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित किया गया. विशेषत: पुलिस उपनिरीक्षक के पद के बाद  सहायक पुलिस निरीक्षक और बाद में पुलिस निरीक्षक पद पर पदोन्नती मिली. लेकिन न्यायाधिश के बंगले में जाकर न्यायाधिश को धमकाने के मामले में से खांडवे की सफलता पर पानी फेर गया. 

थानेदार को किया निलंबित: एसपी नीलोत्पल

थानेदार खांडवे द्वारा चामोर्शी न्यायालय के न्यायाधिश के बंगले में जाकर धमकाने के मामले में न्यायाधिश ने चामोर्शी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज की. वहीं शिकायत के आधार पर थानेदार राजेश खांडवे को रात के समय निलंबित किया गया है. ऐसी बात जिला पुलिस अधिक्षक नीलोत्पल ने कही है.