चितल की शिकार, 2 आरोपी गिरफ्तार

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    •  चामोर्शी वनपरिक्षेत्र कार्यालय की कार्रवाई 

    चामोर्शी. वन्यप्राणी की शिकार होने के गुप्त जानकारी के आधार पर वनकर्मचारियों ने रविंद्रपुर के एक घर के खुली जगह की जांच करने पर चितल का मांस, सीर, पैर व अन्य साहित्य बरामद होने की घटना 14 जनवरी को उजागर होने से खलबली मच गई. इस मामले में रविंद्रपुर निवासी खिरोद पुन्य बिस्वास व पिजुष पुन्य बिस्वास इन 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. 

    प्राप्त जानकारी के अनुसार चामोर्शी वनपरिक्षेत्र अंतर्गत आनेवाले जामगिरी उपक्षेत्र के नियतक्षेत्र आम्रपाली के रविंद्रपुर में चितल की शिकार कर मांस छूपाकर रखने की गुप्त जानकारी वनकर्मचारियों को मिली. उक्त जानकारी के आधार पर वनपरिक्षेत्र अधिकारी प्रवीण लेले के मार्गदर्शन में जामगिरी उपक्षेत्र के वनकर्मचारियों ने रविंद्रपुर के खिरोद बिस्वास के घर के पिछे के खुली जगह की जांच की.

    इस दौरान वहां से चितल का मांस, सीर, पैर व 3 लोहे के सत्तूर बरामद हुए. इस मामले में खिरोद बिस्वास व पिजुष बिस्वास को हिरासत में लेकर जांच करने पर उन्होने उन्होने चितल का शिकार कर उसका मांस खाने व बिक्री करने के लिए घर के पिछे खुली जगह में रखने की बात कबुली. दोनों आरोपियों के खिलाफ वनअपराध दर्ज कर गिरफ्तार किया. 

    29 जनवरी तक न्यायालयीन कस्टडी

    दोनों आरोपियों को 15 जनवरी को न्यायायल में पेश करने पर न्यायालय ने आरोपियों को 29 जनवरी तक न्यायालयीन हिरासत सुनाई है. उक्त मामले की जांच उपवनसंरक्षक राहुलसिंह टोलीया, प्रकाष्ठ निष्कासन अधिकारी  प्रदीप बुधनवार के मार्गदर्शन में वनपरिक्षेत्र अधिकारी प्रवीण लेले के नेतृत्व में क्षेत्रसहाय्यक एस. एच. गोवर्धन, आर. एम. नरूले, वनरक्षक आर. आर. वासेकर, डी. एम. कुमरे, बी. डी. नागोसे, निखील गावडे, आनंद साखरे, विठ्ठल मेश्राम, कैलास नैताम, जोशिला निमसरकार, वाहन चालक दीपक दूधबावरे, वनमजदूर ईश्वर जनबंधू आदि वनकर्मचारी कर रहे है.