विवाद: सहयोगी को गोली मारकर एसआरपीएफ के जवान ने खुद को मारी गोली, दोनों जवानों की हुई मृत्यु

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    • मरपल्ली पुलिस सहायता केंद्र की घटना 

    गड़चिरोली. गड़चिरोली जिले में नक्सल आंदोलन का खात्मा करने के लिये जिला पुलिस दल के साथ सीआरपीएफ समेत एसआरपीएफ (राज्य राखीव पुलिस बल) की तुकडिय़ां विभिन्न पुलिस थानों में तैनात है. एसआरपीएफ के जवान थाने में मोर्चा संभालने के साथ ही जिला पुलिस दल के जवानों के साथ अभियान पर जाते है. पिछले अनेक वर्षो से गड़चिरोली जिले में एसआरपीएफ की तुकडिय़ां तैनात है.

    ऐसे में अहेरी तहसील अंतर्गत आनेवाले तथा जिलमगट्टा पुलिस उपविभाग अंतर्गत मरपल्ली पुलिस थाने में नैताम एसआरपीएफ की तुकड़ी के दो जवानों की बीच विवाद छिड़ गया. विवाद चरम पर पहुंचते ही  एक जवान ने अपने सहयोगी जवान पर गोली दागकर हत्या करने के बाद खुद पर गोली दागकर आत्महत्या कर दी. इस घटना में दोनों जवानों की मृत्यु हो गयी. यह घटना बुधवार 1 जून को घटी. इस घटना से मरपल्ली पुलिस थाना समेत संपूर्ण जिले में खलबली मच गयी है. 

    एसआरपीएफ की पुणे डी-कपंनी के थे जवान 

    अहेरी तहसील के मरपल्ली पुलिस सहायता केंद्र में पिछले कुछ वर्षो से एसआरपीएफ की पुणे डी-कंपनी तैनात है. इस तुकड़ी में श्रीकांत बेरड़ और बी.बी. नवघरे यह दो जवान कार्यरत थे. बुधवार को दोनों जवानों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ. विवाद चरम पर पहुंचने के बाद गुस्से में आगबबुला हुए और एक जवान ने गुस्से में अपने सहयोगी पर गोली दागी. और बाद में खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या की. जिसमें दोनों की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गयी. बताया जा रहा है कि, दोनों मृतक जवान अहमदनगर जिला निवासी होने की जानकारी मिली है. 

    गंभीरता से शुरू है मामले की जांच: एसडीपीओ क्षीरसागर 

    जिमलगट्टा के उपविभागीय पुलिस अधिकारी सुजित क्षीरसागर से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि, आपसी विवाद के चलते एक जवान ने दुसरे जवान को गोली मारी. और बाद में खुद को गोली मारकर आत्महत्या की.  लेकिन उनके विवाद का कारण अब तक पता नहीं चल पाया है. स्थानीय पुलिस अधिकारी इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहे है. घटना का कारण पता चलने के बाद जानकारी साझा की जाएगी. ऐसी बात उन्होंने कही. 

    जिले में मची खलबली

    गड़चिरोली जिले में पिछले अनेक वर्षो से जिला पुलिस दल के साथ सीआरपीएफ व एसआरपीएफ के जवान तैनात है. जिससे नक्सल आंदोलन पर अंकुश लगाने मे पुलिस विभाग को सफलता मिल रही है. लेकिन तैनात जवान खुद पर गोली दागकर आत्महत्या करने और एक-दुसरे पर गोलियां दागने के मामले इससे पहले भी उजागर हुए है.ऐसे में बुधवार को मरपल्ली पुलिस सहायता केंद्र में एसआरपीएफ के दो जवानों द्वारा एक-दुसरे पर गोली दागकर अपनी जान गवाने की घटना से संपूर्ण जिले में खलबली मच गयी है.