8 घंटे की बिजली आपूर्ति से फसलों को खतरा, किसानों में छायी चिंता

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    गड़चिरोली. कृषिपंपो को 12 घंटे बिजली आपूर्ति करने की घोषणा राज्य सरकार ने की थी. किंतु अल्प कालावधि में ही फिर से खेती को 8 घंटे ही बिजली आपूर्ति शुरू हुई है. जिस कारण किसानों में फिर से चिंता छाने लगी है. धूपकालिन धान फसलों को खतरा निर्माण हुआ है. 

    गड़चिरोली जिले में आरमोरी, देसाईगंज, कुरखेडा, गडचिरोली, चामोर्शी तहसील में अनेक किसान रब्बी सीजन में धूपकालिन धान फसल, मक्का, सब्जीया, गेहू आदि फसलों की बुआई करते है. किसानों की मांग ध्यान में लेते हुए सरकार ने इससे पूर्व कृषिपंप के लिए 12 घंटे बिजली आपूर्ति करने की मांग की थी.

    जिस कारण इस वर्ष अनेक किसानों ने धूपकालिन धान फसलों का क्षेत्र बढाया था. किंतु फिर से सरकार ने घुमजाव करते हुए अल्प कालावधि में ही खेतों को केवल 8 घंटे ही बिजली आपूर्ति शुरू की है. जिस कारण किसानों की धूपकालिन धान फसल सुखने का खतरा निर्माण हुआ है. फिलहाल खेती का उत्पन्न कम है, सेवा क्षेत्र का उत्पन्न अधिक हे. ऐसे में खेती से जितना उत्पादन मिलना चाहिए, उतना नहीं मिलता है.

    प्राकृतिक आपदा, किट व रोग के कारण उत्पादन में व्यापक गिरावट हो रही है. नवंबर 2022 को सरकार ने किसानों को 12 घंअे बिजली उपलब्ध कराने की घोषणा की थी. 31 जनवरी तक 12 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही थी. किंतु नए समयसारिणी के अनुसार फिर से पुरानी पद्धति अंमल में लायी जा रही है. फिलहाल धान रोपाई को प्रारंभ हुआ है. किंतु 8 धंअे बिजली आपूर्ति धान फसलों के लिए मारक साबित होनेवाली है. जिससे 12 घंटे बिजली आपूर्ति करने की मांग किसानों द्वारा की जा रही है. 

    कृषिपंपो को बिजली कनेक्शन की प्रतिक्षा 

    जिले के अनेक किसानों ने 2 वर्षो से नए बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किए है. किंतु अबतक नए कनेक्शन नहीं मिले है. ऐसे में 12 घंटे के बजाएं 8 घंटे बिजली आपूर्ति  होने से किसान निराश हुआ है. धूपकालिन धान फसल का नुकसान होने के भय से किसानों की निंद उड गई है.