गडचिरोली. सीआरपीएफ की 37 बटालियन में तैनात वेन (श्वान) यह सीआरपीएफ के जवानों के साथ नक्सल विरोधी अभियान में जाकर जवानों को खतरे से बचाने की महत्वपूर्ण भुमिका निभाया है. इसी बीच वेन्स की आकस्मिक मृत्यु हो गयी. जिससे 37 बटालिय के अधिकारी और जवानों ने वेंन्स को नम आंखों से अंतिम बिदाई दी.
अहेरी समीपस्थ प्राणहिता में सीआरपीएफ की 37 बटालियन तैनात है. इसके अलावा अहेरी उपविभाग के विभाग गांवों में सीआरपीएफ की तुकडियां तैनात है. सीआरपीएफ के जवानों को सहयोग करने और नक्सल विरोधी अभियान में खतरे से बचाने के लिये भामरागड तहसील के कोठी गांव में तैनात सीआरपीएफ के जवानों के साथ वेन्स भी तैनात था. बताया जा रहा है कि, प्रशिक्षण के दौरान वेन्स ने सर्वश्रेष्ठ कुत्ते का खिताब जीता था. और वह मई 2021 से 37 बटालियन में तैनात था.
वेंन्स ने नक्सल विरोधी अभियान के दौरान नक्सलियों द्वारा छिपाए गए विस्फोटेक खोज निकालने और खतरे को भापने में माहिर था. इसी बीच 4 जून को वेंन्स की आस्कमिक मृत्यु हो गयी. सीआरपीएफ का भारी नुकसान हुआ. और सीआरपीएफ के अधिकारी व जवानों ने वेन्स को नम आंखों से अंतिम बिदाई दी. इस समय 37 बटालियन के कमांडट एम. एच. खोबरागड़े, 9 बटालियन के कमांडट आर. एस. बालापुरकर समेत 37 और 9 बटालियन के अधिकारी व जवान उपस्थित थे.