कृषिपंपों को 24 घंटे बिजली आपुर्ति करने की मांग, देसाईगंज में किसानों का ठिय्या आंदोलन

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    देसाईगंज. बिजली विभाग द्वारा पहले तहसील में 24 घंटे बिजली आपुर्ति की जाती थी. लेकिन वर्तमान स्थिति में केवल 8 घंटे बिजली आपुर्ति की जा रही है. जिसके कारण तहसील के धान उत्पादक किसान पुरी तरह त्रस्त हो गये है.

    इस संदर्भ में सवाल पुछने के लिये तहसील के हजारों किसानों ने बुधवार को शिवेसना के जिलाप्रमुख सुरेंद्रसिंह चंदेल के नेतृत्व में देसाईगंज स्थित बिजली कार्यालय के सामने ठिय्या आंदोलन किया. और कृषिपंपों को 8 घंटे नहीं बल्कि 24 घंटे बिजली आपुर्ति करने की मांग पर किसान अडे रहे. विशेषत: किसानों ने करीब 3 घंटे तक चक्काजाम आंदोलन किया. 

     बिजली विभाग द्वारा पिछले अनेक माह से केवल 8 घंटे बिजली आपुर्ति किए जाने से तहसील के किसान संकट में पड़ गये है. कृषिपंपों को 24 घंटे बिजली आपुर्ति करने संदर्भ में अनेक बार बिजली विभाग को ज्ञापन सौंपा गया. लेकिन संबंधित विभाग द्वारा निरंतर अनदेखी की गई. जिससे गुस्साए किसानों ने बिजली कार्यालय के सामने ठिय्या आंदोलन किया.

    इस समय बिजली विभाग के उपविभागीय अभियंता आंदोलनकर्ताओं से चर्चा कर  समाधान करने का प्रयास किया. लेकिन 24 घंटे बिजली आपुर्ति करने की मांग पर किसान अड़े रहे. आंदोलन में शिवसेना के उपजिलाप्रमुख अविनाश गेड़ाम, पूर्व सरपंच मनोहर निमजे, कोरेगांव के सरपंच प्रशांत किलनाके, विकास प्रधान, नंदु चावला, बल्लु कुलमेथे, निशांत ठाकरे, अनिल मिसार, रामचंद्र ठाकरे, राजेश गायकवाड़, गौरव नागपुरकर, सुनिल पारधी, चौपनदास विधाते, विनायक वाघाड़े, केशव राऊत आदि समेत तहसील के हजारों किसान उपस्थित थे.

    विधायक के मध्यस्ती के बाद भी नहीं निकला हल

    कृषिपंपों को 24 घंटे बिजली आपुर्ति करने की प्रमुख मांग को लेकर सुरेंद्रसिंह चंदेल के नेतृत्व में हजारों किसानों ने बिजली कार्यालय के सामने ठिय्या आंदोलन शुरू किया. इस मामले की जानकारी मिलते ही आरमोरी विस क्षेत्र के विधायक कृष्णा गजबे ने अनशन स्थल को भेट दी. वहीं किसानों के साथ बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ चर्चा की. लेकिन विधायक के मध्यस्ती के बाद भी किसानों की समस्याओं का हल नहीं निकल पाया. 

    तीव्र आंदोलन छेडऩे की चेतावनी 

    आंदोलनकर्ताओं ने बिजली विभाग के उपविभागीय अभियंता सालवे की भेट लेकर उनके साथ चर्चा की. वहीं आगामी 9 जनवरी तक बिजली विभागी उचित निर्णण नहीं लेगा तो, तहसील के धान उत्पादक किसान चक्काजाम आंदोलन करने के साथ ही विभिन्न तरह के आंदोलन करेंगे, ऐसी चेतावनी इस समय दी गई.