5 माह से निराधार मानधन से वंचित, लाभार्थियों पर भुखमरी की नौबत

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    आरमोरी. संजय गांधी निराधार योजना, श्रवणबाल, वृद्धापकाल, विधवा, दिव्यांग व परितक्त्या आदि योजनाओं के माध्यम से गरीब व जरूरतमंदों को 1 हजार रूपये हर माह मानधन दिया जाता है. किंतू संबंधित योजना का अनुदान सरकार स्तर पर 5 माह से प्रलंबित होने से निराधारों को पुरानेलायक नहीं होता है. मानधन के बिना निराधारों पर भुखे रहने की नौबत आन पड़ी है. 

    आरमोरी तहसील में निराधार लाभार्थियों की संख्या अधिक है. इस योजना के माध्यम से जरूरतमंदों के बैंक खाते में प्रति माह 1 हजार रूपये जमा किए जाते है. किंतू अब 5 माह से श्रावणबाल, वृद्धापकाल, संजय गांधी निराधार योजनाओं का अनुदान ही नहीं मिलने से  निराधार संकट में आ चुका है. मानधन के लिए वृद्ध व जरूरतमंद लाभार्थी हर रोज बैंक के चक्कर काटते नजर आ रहे है. जिससे अनेक लाभार्थियों पर भुखे रहने की नौबत आन पड़ी है.

    राज्य में कोरोना संक्रमण के संकट से अनेक उद्योग, व्यवसाय व नौकरीयां अडचण में आ चुकी थी. विकास कार्यों पर भी परिणाम दिखाई दिया. साथ ही अब संजय गांधी निराधार योजना, श्रावणबाल, विधवा, विकलांग परित्यक्ता इस योजना के माध्यम से वयोवृद्ध व निराधारों को माह में मिलनेवाला मानधन रूका है. इस योजना अंतर्गत फरवरी से जुलाई इस 5 माह से संबंधित लाभार्थी अनुदान से वंचित है. फलस्वरूप वयोवृद्ध व निराधारों को अनेक संकटों का सामना करना पड़ रहा है.  

    अन्यथा तीव्र आंदोलन करेंगे : घोडाम    

    पिछले 5 माह से मानधन प्रलंबित होने की समस्या लाभार्थी महागु मांढरे व पंढरी खरकाटे ने जिला आदिवासी कांग्रेस के सचिव दिलीप घोडाम के समक्ष रखी. इस समस्या की सुध लेकर दिलीप घोडाम ने राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की ओर पत्रव्यवहार कर पिछले माह से श्रावणबाल, वृद्धापकाल, संजय गांधी निराधार योजना का प्रलंबित मानधन तत्काल दिया जाए, अन्यथा तीव्र आंदोलन किया जाएगा, ऐसी चेतावनी दिलीप घोडाम ने दी है.