गर्भवती महिला प्रसूती के लिए पुलिस बने देवदुत

  • परायणार के गर्भवती महिला के प्रसुती के लिए की वाहन की सुविधा
  • धोडराज पुलिस का सामाजिक दायित्व

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गडचिरोली. नक्सल प्रभावित अतिसंवेदनशिल परायणार के एक गर्भवती महिला को प्रसुती आने के बावजूद भी वह महिला अस्पताल जाने में तैयार नहीं थी. इस दौरान नक्सली अभियान चलानेवाले पुलिस जवानों को इस बारे की जानकारी मिलते ही पुलिस अधिकारी व जवानों ने उसे गर्भवती महिला का मन बदलाकर उसे अस्पताल जाने में तैयार किया. पुलिस जवानों के सतर्कता से उस महिला की प्रसुती सुखरूप होने से उसके लिए पुलिस जवान देवदूत साबित होने का ग्रामीणों द्वारा कहा जा रहा है.

राज्य के आखरी छोर पर अतिपिछडा, नक्सलबहुल गडचिरोली जिले में आज भी अंधश्रद्धा कायम है. दुर्गम क्षेत्र के गंभीर मरीज व गर्भवती महिलाओं पर उपचार करने के लिए अस्पताल में नहीं ले जाया जाता है. गर्भवती महिलाओं की घर में ही प्रसुती की जाती है. ऐसा ही मामला पुलिस मदद केंद्र धोडराज अंतर्गत आनेवाले नक्सल प्रभावित अंतिसंवेदनशिल परायणार में देखने को मिला. रविवार 6 दिसंबर को पुलिस मदद केंद्र धोडराज की पुलिस पार्टी नक्सल अभियान चलाने के लिए बाहर निकलने पर, परायणार गाव की गर्भवती महिला सरिता मंगेश महाका (22) इसका 5 दिसंबर को 9 माह खत्म होने से उसके पेट में दर्द होने लगा.

उसे प्रसुती आ रही थी. किंतु वह महिला शनिवार से ही अस्पताल जाने में तैयार न होने की जानकारी पुलिस अधिकारी, जवानों को मिली. इस दौरान नक्सल अभियान चलानेवाले पोमके धोडराज के प्रभारी अधिकारी पुलिस उपनिरीक्षक दुधाल, पुलिस अंमलदार मानकर, नैताम, कलंबे, मडावी, कोडापे, ढोरे, पवार, परतेती, कोकाटे, शेप, चव्हाण तथा एसआरपीएफ के अंमलदार सुलाने, नागरगोडे, शिरसाठ, देशमुख, सुरवसे ने उक्त महिला को रिश्तेदारों की मदद से अस्पताल में जाने के लिए उसका मन बदालकर, वह महिला व उसके रिश्तेदार अस्पताल में जाने के लिए तैयार हुए. तथा रिश्तेदारों ने गर्भवती महिला को अस्पताल में ले जाने के लिए वाहन नहीं होने का कहने पर, पुलिस ने तत्काल धोडराज की निजी चौपहिया वाहन की व्यवस्था करा दी. इस वाहन में उक्त महिला को प्रसुती के लिए लोकबिरादरी अस्पताल हेमलकसा में दाखिल किया. समय पर दवाउपचार मिलने से गर्भवती महिला ने एक गोंड शिशु का जन्म दिया. मां की शिशु की हालत अच्छी होने का डाक्टर ने कहा.

पुलिस समय पर सतर्कता बरतने से मां व शिशु की जान बचने का गर्भवती महिला के पती मंगेश झुरू महाका व ग्रामीणों ने कहा. धोडराज पुलिस के इस कामगिरी का ग्रामीणों ने आभार मानकर पुलिस हमारे लिए देवदूत होने का कहा.