Yoga
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    • जवानों के साथ 600 लोगों को सिखाएं योग के गुर 

    गड़चिरोली. योग करने अपने मन पर नियंत्रण रखने में मदद मिलती है. उचित निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि होती है. अनेक बार जवानों की आत्महत्या व आपसी विवादों के कारण जान जाने की घटनाएं सुनने में आती है. योग करने से मानसिक स्थिती मजबूत होती है. जिससे ऐसे मामलों पर रोक लग कसती है, ऐसा कथन सर्च संस्था की सहसंस्थापिका पदमश्री डा. राणी बंग ने किया. 

    गड़चिरोली के सीआरपीएफ के 192 बटालियन की ओर से स्थानीय सीआरपीएफ कैम्प में 8 वें विश्व योग दिवस के उपलक्ष्य में योग शिविर का आयोजन किया गया था. इस समय प्रमुख अतिथी के रूप में बोल रहे थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता बटालियन के कमांडंट देव राज उपस्थित थे. इस दौरान योग प्रशिक्षक गायकर तुकाराम, पतंजली योगपीठ की संगीता व युवा योग प्रतियोगिता पुरस्कार प्राप्त शब्दा इनका डा. राणी बंग के हाथों सत्कार किया गया. इसके बाद योग प्रशिक्षकां ने करीबन 600 सीआरपीएफ जवान, उनके परिवार व नागरिकों को योग के गुर सिखाएं. वहीं अपने नियमित जीवनशैली में योग का समावेश करने की प्रतिज्ञा दी गई. 

    विभिन्न जगह योग काय्रक्रम आयोजित 

    ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ अंतर्गत सीआरपीएफ के 192 बटालियन की ओर से 75 दिवसीय योग कार्यक्रमा का आयोजन किया गया था. इसमें द्वितीय कमान अधिकारी प्रभात गौतम व योग प्रशिक्षक गायकर तुकाराम तथा दल ने गड़चिरोली जिले के विभिन्न जगह शिविर का आयोजन किया. इस माध्यम से 9100 नागरिक व विद्यार्थियों को योग के गुर सिखाएं गए. यह कार्यक्रम सीआरपीएफ के  डीआईजीपी मानस रंजन के मार्गदर्शन में चलाया गया.