रापनि कर्मियों के हड़ताल के चलते, 77 बसेस 4 माह से डिपो में जमा

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    • डिपों द्वारा नियमित की जा रही बसों की देखभाल

    गड़चिरोली. रापनि कर्मचारियों द्वारा पिछले चार माह से हड़ताल किया जा रहा है. शुरूआती दिनों में कर्मचारियों के हड़ताल के चलते संपूर्ण राज्य में रापनि की बससेवा प्रभावित हो गयी है. लेकिन एक माह पहले हड़ताल करनेवाले कुछ कर्मचारी सेवा में पूर्ववत दाखिल हो गये है. जिसके कारण गड़चिरोली डिपो से वर्तमान स्थिति में करीब 23 बसों का परिचलन हो रहा है. लेकिन कर्मचारियों के हड़ताल के लिये अब भी करीब 77 बसेस गड़चिरोली के डिपों में जमा है. इधर एक ही जगह पर खड़ी बसों में खराबी न आए, इसलिये डिपो प्रतिदिन बसों की देखभाल की जा रही है. बसे डिपों में जमा होने के कारण रापनि को जमा बसेस का बोझ उठाना पड़ रहा है. 

    23 बसेस दौड़ रही सड़कों पर 

    गड़चिरोली डिपो अंतर्गत कुल 100 बसे होकर हड़ताल शुरू होने से पहले सभी बसों का परिचलन होता था. लेकिन 28 अक्टूबर 2021 से रापनि कर्मचारियों द्वारा विलगीकरण की मांग को लेकर हड़ताल शुरू किए जाने के कारण सभी बसे डि़पों में जमा हो गयी थी. लेकिन एक माह पहले डिपो के कुछ कर्मचारी और कुछ हडतालकर्ता सेवा में दाखिल होने के कारण वर्तमान स्थिति में गड़चिरोली डिपो से 23 बसों का परिचलन हो रहा है. जिसके कारण यात्रियों को कुछ हद तक राहत मिल रही है.

    केवल शहरी क्षेत्र के यात्रियों को लाभ

    वर्तमान स्थिति में गड़चिरोली विभागीय नियंत्रण कार्यालय अंतर्गत आनेवाले गड़चिरोली, अहेरी और ब्रम्हपुरी डिपो से कुछ बसों का परिचलन हो रहा है. लेकिन इन बसों का केवल शहरी क्षेत्र में ही आवागमन होने के कारण  शहरी क्षेत्र के यात्रियों को ही बससेवा का लाभ मिल रहा है. लेकिन जिले के ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्र में अब तक बससेवा शुरू नहीं होने के इन क्षेत्र के लोगों को मजबूरी में निजि वाहनधारकों का सहारा लेना पड़ रहा है. जिससे उनका वित्तीय नुकसान भी हो रहा है. 

    नियमित हो रही बसों की देखभाल:पांडे

    गड़चिरोली डिपो के प्रबंधक मंगेश पांडे ने बताया कि, वर्तमान स्थिति में 23 बसें शुरू होकर 77 बसे डिपों में जमा है. लेकिन डिपो में जमा बसों में खराबी न आए, इसलिये नियमित रूप से बसों की जांच की जा रही है. डिपों के कर्मचारियों द्वारा खड़ी बसों को एक जगह से दुसरे जगह पर चलाकर रखा जाता है. वहीं बसों में किसी भी तरह की तकनिकी खराबी न आए, इसलिये गंभीरता से ध्यान दिया जा रहा है. ऐसी बात उन्होंने कही.