राशि न मिलने से किसान संकट में, राशि तत्काल देने की मांग

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    धानोरा: तहसील के सावरगाव के आदिवासी विभिन्न कार्यकारी सहकारी संस्था की ओर से खरीदी की हुई धान की राशि अभी तक किसानों के खाते में जमा न होने से किसान संकट में आ चुका है। जिससे धान की प्रलंबित राशि तत्काल देने की मांग किसान वर्ग से की जा रही है। 

    सावरगाव धान खरेदी केंद्र अंतर्गत कुल 2 करोड 24 लाख 25 हजार 24 रुपये किंमत के धान की खरीदी की गई। उनमें से 470 क्विंटल की हुंडी उपप्रादेशिक कार्यालय को भेजना शेष है। इसके पूर्व 11 हजार क्विंटल धान की हुंडी भेजने पर अभी तक एक भी किसानों के बैंक खाते में राशि प्राप्त न होने से सावरगाव संस्था के पदाधिकारी तथा किसानों में निराशा छाई है। 

    इस केंद्र की ओर से 18 फरवरी तक कुल 11 हजार 569 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। इनमें से सावरगाव ग्रामपंचायत में 2 हजार क्विंटल, ऑलेपॅथिक अस्पताल में 1300 क्विंटल, आंगनवाड़ी केंद्र में 400 क्विंटल, समाज मंदिर कुलभट्टी में 2 हजार क्विंटल, समाज मंदिर कोसमी में 2 हजार क्विंटल और खरीदी केंद्र में खुले में 1 हजार 800 क्विंटल धान खरीदी की जाने की जानकारी सावरगाव संस्था के केंद्रप्रमुख हर्षद धारणे व ऑपरेटर ओमराज सहारे ने दी।

    किंतू अभी तक किसानों को पैसे न मिलने से घर का खर्च, दवा, पानी, बच्चों की शिक्षा, विवाह कार्य कैसे करे? ऐसा सवाल किसानों के समक्ष है। किसानों के खाते में धान बिक्री की राशि जल्द से जल्द जमा करने की मांग संस्था की अध्यक्ष अमिरा जाले समेत बलवंतसिह पडोते, दिनकर भानारकर, संतोष कांबले, श्यामसिंग करंगा, कुसाऊ काटिंगल, अमरशा मडावी, ललिता हिडको, प्रभुराम कडसाल, भारत तुलावी, विजय मारगुनवार, प्रीतम राऊत समेत किसानों ने की है। 

    धान खरीदी को समयावधि देने की मांग 

    धान खरीदी की अवधि खत्म हो चुकी है। अंतिम अवधि 18 फरवरी तक ही थी। किंतू कईओं का समय पर ऑनलाईन पंजीयन न होने से व सातबारा न मिलने से अनेक किसानों को धान बिक्री से वंचित रहना पड़ता है। जिससे धान खरीदी को समयावधि दी जाए, ऐसी मांग तहसील के किसान वर्ग से की जा रही है।