बाढ़ का फटका; जिप स्कूल के भीगे दस्तावेज, मुत्तापूर जिप स्कूल की समस्या

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    •  पूर्व जिप अध्यक्ष ने दी भेट 

    सिरोंचा. जुलाई माह में हुई अतिवृष्टि तथा मेडीगड्डा बांधव के पानी के विसर्ग के कारण गोदावरी नदी को बाढ़ आने से अनेक गांव पानी में समाएं थे. इस बाढ़ का फटका तहसील के मुत्तापूर गांव को भी लगा है. यहां के जिला परिषद स्कूल में बाढ़ का पानी घुसने से स्कूल के महत्वपूर्ण साहित्य, दस्तावेज भिगने से गंभीर समस्या निर्माण हुई है. 

    जुलाई माह में आए मुसलाधार बारिश तथा मेडिगड्डा बांध से छोडे गए पानी के कारण गोदावरी नदी केा बाढ़ आने से सिरोंचा तहसील के अनेक गांव पानी में समाएं थे. सैंकड़ों लोंगों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरीत किया गया था. बाढ़ का फटका नागरिकों के साथ ही स्कूलों को भी लगा हे. असरअल्ली से समिप होनेवाले मुत्तापूर जिला परिषद स्कूल में बाढ़ का पानी घुसने से स्कूल के संपूर्ण दस्तावेज पानी में भिग गए है. जिसमें स्कूल के शालेय पाठ्यक्रम में उपयोग करनेवाले साहित्य, पुराना रिकार्ड, विद्यार्थियों को पढ़ाएं जानेवाले विभिन्न साहित्य, किताबे तथा अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों का समावेश है. 

    पूर्व जिप अध्यक्ष ने दी भेट 

    असरअल्ली परिसर के स्कूलों में बाढ़ का पानी घुसने से साहित्यों के साथ विभिन्न दस्तावेजों का नुकसान होने की जानकारी पूर्व जिप अध्यक्ष अजय कंकडालवार को मिलते ही उन्होने उक्त जिप स्कूल को भेट देकर वहां की स्थिती जानी. बाढ़ के पानी के कारण स्कूल के साहित्य खराब हुए है. सरकार की ओर से प्रयास कर तत्काल उक्त स्कूलों को साहित्य आपूर्ति करने के लिए प्रयास करने की बात कंकडालवार ने मुख्याध्यापक से कहीं.

    इस समय आविसं के तहसील अध्यक्ष बानय्या जनगाम, वरीष्ठ नेते शंकर मंदा, कृउबास संचालक मल्लिकार्जुन आकुला, धर्माय्या कोठारी, उपसरपंच सल्ला, पूर्व सभापति भास्कर तलांडी, पूर्व जिप सदस्य अजय नैताम, सरपंच रमेश तैनेनी, सरपंच सूरज गावडे, पूर्व सरपंच दिलीप गंजीवार, नप सिरोंचा के स्वीकृत पार्षद राजेश बंदेला, आविसं शहर अध्यक्ष रवी सुलतान, सोशल मीडिया प्रतिनिधी तिरुपती चिटयाला, सतीश जवाजी के साथ आदि उपस्थित थे.