हाथी संरक्षण के दृष्टि से पालकमंत्री ने किया निरीक्षण

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    • वनाधिकारियों के साथ चपराला अभयारण्य को दी भेट 

    गड़चिरोली. जिले में दाखिल हुए जंगली हाथीयों को संरक्षित जंगल दिलोन के दृष्टि से चपराला के अभयारण्य का विचार हो सकता है क्या? इस संदर्भ में पड़ताल करने हेतु जिला दौरे पर आए राज्य के नगरविकास मंत्री तथा जिले के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ने वरीष्ठ अधिकारियों के साथ आज 30 अक्टूंबर को चामोर्शी तहसील के चपराला अभयारण्य को भेट दी. 

    जिले में बिते माह से जंगली हाथियों का विचरण बढा है. किसानों का नुकसान न हो तथा जंगली हाथियों को आवश्यक आवश्यक वातावरण होनेवाली जगह स्थानीय स्तर पर तैयार करने के दृष्टि से पालकमंत्री शिंदे ने वनविभाग के अधिकारियों के साथ चपराला के अभयारण्य का निरीक्षण किया. उक्त हाथियों को सुरक्षित वातावरण के लिए चपराला के अभयारण्य का विचार हो सकता है क्या? इस संदर्भ में पड़ताल वनविभाग व प्रशासन द्वारा किया गया. 

    उपवनसंरक्षक कुमारस्वामी ने पालकमंत्री शिंदे को हाथी के संदर्भ में, उनके प्राकृतिक निवास व जगह तैयार करना हो तो क्रूा उपायोजना किए जा सकते है इस संदर्भ में प्रस्तूतिकरण किया. इस समय मुख्य वनसंरक्षक किशोर मानकर ने इस समय हाथियों के संदर्भ की वर्तमान स्थिती बताई. इस दौरान जिलाधिकारी संजय मीणा, पुलिस उपमहानिरीक्षक संदिप पाटिल, पुलिस अधिक्षक अंकित गोयल आदि उपस्थित थे. 

    धमकीभरे पत्र के बाद भी पालकमंत्री का दूर्गम क्षेत्र में दौरा 

    राज्य के नगरविकास मंत्री तथा जिले के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे को नक्सलियों ने धमकीभरा पत्र भेजने से खलबली निर्माण हुई थी. किंतू मंत्री शिंदे ने नक्सलियों के इस धमकीभरे पत्र के बावजूद जिले के संवेदनशील क्षेत्र होनेवाले भामरागढ़ तहसील के धोडराज पुलिस मदद केंद्र को भेट देकर स्थानीय जवानों के कर्तव्यतत्परता की प्रशंसा की. संवेदनशील क्षेत्र में पालकमंत्री के इस भेट से नक्सलयिों को आह्वान देने की बात कहीं जा रही है. वहीं उनके हिंमत की प्रशंसा भी हो रही है.