गोंड़वाना विवि के सुरक्षा रक्षकों का अनशन शुरू, काम पर वापिस लेने की मांग

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    गड़चिरोली. गड़चिरोली के गोंडवाना विवि में वर्ष 2012 से सुरक्षा रक्षक के रूप में काम करनेवाले 15 सुरक्षा रक्षकों को गोंडवाना विवि ने निधि नहीं होने की बात कहते हुए 1 नवंबर से काम से निकाल दिया है. जिससे अन्यायग्रस्त सुरक्षा रक्षकों ने बुधवार से गोंडवाना विवि के सामने श्ऱृंखला अनशन शुरू कर काम पर वापिस लेने की मांग की है.

    आंदोलनकर्ता सुरक्षा रक्षकों ने बताया कि, चंद्रपुर और गड़चिरोली जिले के सुरक्षा रक्षक मंडल की स्थापना की गई है. लेकिन संबंधित 15 सुरक्षा रक्षकों की नियुक्ति सुरक्षा रक्षक मंडल के माध्यम से न करते हुए गोंडवाना में विवि में मे. थर्ड आई सेक्युरिटी नामक निजि एजंसी के माध्यम से की गई. जिससे संबंधित 15 सुरक्षा रक्षकों ने सुरक्षा रक्षक मंडल में पंजीयन करने संदर्भ में गोंडवाना विवि से मांग की थी.

    जिससे विवि ने भी सभी सुरक्षा रक्षकों का पंजीयन सुरक्षा रक्षक मंडल में किया. जिससे 1 नवंबर को सभी सुरक्षा रक्षक नियमित रूप से अपने काम पर पहुंचे. लेकिन गोंडवाना विवि के कुलसचिव चिताड़े सुरक्षा रक्षकों के पास पहुंचकर गोंडवाना विवि के पास निधि नहीं होने की बात कहते हुए उन्हें काम से निकाला.

    जबकि सुरक्षा रक्षकों को काम से निकालने से पहले विवि को पूर्व सुचना देना आवश्यक था. लेकिन विवि प्रशासन ऐसा न करते हुए मौखिक सूचना देकर 15 सुरक्षा रक्षकों का काम से निकाल दिया है. जिससे संबंधित सुरक्षा रक्षकों पर अन्याय होकर अन्यायग्रस्ता सुरक्षा रक्षकों ने काम पर वापिस लेने की प्रमुख मांग को लेकर बुधवार से विवि के सामने अनशन शुरू कर दिया है.

    जब से विवि प्रशासन उन्हें काम पर वापिस नहीं लेगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा, ऐसी चेतावनी भी आंदोलनकर्ताओं ने दी है. आंदोलन में सुनिल माहुलकर, भारत रायगडवार, संतोष गडपल्लीवार, प्रदिप खोब्रागड़े, छत्रपति बांबोले, प्रविण मोहुर्ले, अविनाश कुमरे, रमेजी उसेंडी, भक्तदास डोंगरे, आनंदराव बारसागड़े, हेमंत रायपुरे, सुरज ठाकरे, मोहनचंद लांजेवार, मेघा रायपुरे और रेश्मा चुधरी आदि उपस्थित थे.