
कोरची. जिले की नक्सल प्रभावित और आदिवासी बहुल तहसील के रूप में पहचाने जानेवाली कोरची तहसील के 29 ग्राम पंचायतों में से दर्जोनों ग्रापं अब तक इंटरनेट कनेक्टीवीटी नहीं पहुंचने से ग्रापं अब तक ऑनलाईन नहीं हुए है. जिसके कारण संबंधित ग्रापं क्षेत्र के नागरिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं दूसरी ओर सरकार द्वारा चलाई जानेवाली विभिन्न योजनाओं का लाभ संबंधित ग्रापं अंतर्गत आनेवाले अनेक गांवों को नागरिकों को नहीं मिल पा रहा है. विशेषत: किसानों को ग्राम पंचायत से मिलनेवाले प्रमाणपत्र समेत विभिन्न योजनाओं के लाभ से भी वंचित रहना पड़ रहा है. जिससे तत्काल सभी ग्राम पंचायतों को इंटरनेट सुविधा उपलब्ध कराने की मांग तहसील के नागरिकों ने की है.
ग्रापं में धुल खा रही सामग्री
सरकार द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायतों में डाटा एन्ट्री ऑपरेटर की नियुक्ति की है. ग्राम पंचायतों का उत्पन्न, खर्च, सरकार से किए गए पत्रव्यवहार की जानकारी मिलना आसान हो, इसके लिये सरकार राज्य सरकार ने प्रत्येक ग्राम पंचायतों में कम्प्युटर, प्रिंटर, युपीएस उपलब्ध करा दिये है. किंतु इंटरनेट कनेक्टीवीटी नहीं होने के कारण ग्रापं कार्यालय में कम्प्युटर धुल खाते पड़े दिखाई दे रहे है.
ग्रापं के माध्यम से 11 प्रकार के प्रमाणपत्र उपलब्ध कराने की सुविधा है. जिनमें निवासी प्रमाणपत्र, मृत्यु, जन्म, गरीबी रेखा, विवाह पंजीयन, बकाया न होनेवाला प्रमाणपत्र, घरेलु नल कनेक्शन का प्रमाणपत्र, बिजली कनेक्शन का प्रमाणपत्र, सातबारह, गाव नमुना आठ, उतारा जैसे प्रमाणपत्रों का समावेश है. लेकिन इस क्षेत्र के नागरिकों को संबंधित प्रमाणपत्रों से वंचित रहना पड़ रहा है.
नागरिकों को भटकने की नौबत
कोरची तहसील के ग्राम पंचायतों में इंटरनेट सुविधा ही नहीं होने के कारण तहसील के नागरिकों को ग्रापं से मिलनेवाले प्रमाणपत्रों के लिये यहां-वहां भटकना पड़ रहा है. तहसील के ग्राम पंचायत 50 से 55 किमी की दुरी पर होने के कारण गांव लोगों को आवश्यक प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिये तहसील मुख्यालय में आना पड़ता है. जिसके कारण उनका वित्तीय नुकसान हो रहा है. बता दे कि, दुर्गम क्षेत्र के ग्राम पंचायतों को इंटरनेट सुविधा पहुचाने के लिये प्रशासन को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं दुसरी ओर ग्राम पंचायतों में इंटरनेट सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण ऑनलाईन कार्य नहीं हो पा रहे है.
वाईफाई चौपाल होगी मददगार
एक तरफ जिले की आखरी छोर पर बसी कोरची तहसील के दर्जनों ग्रापं में इंटरनेट सुविधा नहीं पहुंची है. वहीं दुसरी ओर जिला प्रशासन द्वारा जिले के ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्र में वाईफाई चौपाल प्रकल्प अंतर्गत इंटरनेट व वाईफाई पहुंचाने का कार्य शुरू किया गया है. बताया जा रहा है कि, पहले चरण में जिले की 6 तहसीलो में यह कार्य शुरू होंगे. इसके बाद अन्य छह तहसीलों में भी इस प्रकल्प कार्य शुरू किया जाएगा. जिससे कोरची तहसील की ग्राम पंचायतों समेत जिले की अन्य दुर्गम क्षेत्र में बसी ग्राम पंचायतों के लिये यह प्रकल्प मददगार होगा.