दो वर्ष बाद शुरू हो रही जबलपुर-चांदा सुपरफास्ट, मगर वड़सा में स्टॉपेज नहीं, जिलावासियों में नाराजगी

    Loading

    देसाईगंज. कोरोना संक्रमण के चलते पिछले दो वर्षो से जबलपुर-चंादा यह सुपरफास्ट रेल 30 जुन से शुरू होनेवाली है. जिससे जिले के एकमात्र रेलवेस्थानक वाले देसाईगंज में सुपरफास्ट रेल को स्टॉपेज मिलने की उम्मीद होकर वड़सा, गड़चिरोली समेत गड़चिरोली जिले से सटे चार जिलों के यात्रियों में खुशी की लहर उमड़ पड़ी थी. लेकिन जबलपुर से लेकर चांदा तक सुपरपास्ट रेल शुरू होकर इस रेल को करीब 5 स्टॉपेज दिये गये है. लेकिन गड़चिरोली जिले में एकमात्र रेलवेस्थानक होने के बाद भी स्टॉपेज नहीं दिए जाने के कारण जिले के यात्रियों समेत राजनेताओं में तीव्र नाराजगी व्यक्त की जा रही है. सुपरफास्ट टे्रन से देसाईगंज में स्टॉपेज देने की मांग अब जोर पकड़ रही है. 

    गड़चिरोली जिले के साथ सौतेला व्यवहार 

    राज्य के आखरी छोर पर बसे गड़चिरोली जिले के देसाईगंज (वड़सा) में एकमात्र रेलवेस्थानक है. इस रेलवे स्थानक से बाहर जिले अथवा बाहर राज्यों मेंं यात्रि आवागमन करते है. विशेषत: जिले की व्यापार नगरी के रूप में देसाईगंज शहर परिचित है. जिससे यहां पर रोजाना हजारों की तादाद में गड़चिरोली जिले समेत पड़ोसी, चंद्रपुर, भंड़ारा व गोंदिया जिले के लोग व व्यापारी आते है. लेकिन दो वर्ष की कालावधि में के बाद जबलपुर-चांदा सुपरफास्ट टे्रन शुरू होने जा रही है. लेकिन देसाईगंज में इस सुपरफास्ट टे्रन का स्टॉपेज नहीं दिए जाने के कारण जिले के साथ सौतेला व्यवहार किए जाने का आरोप लगाया जा रहा है. 

    रेल विभाग से पत्र व्यवहार जारी है: चावला 

    दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे लेस सलाहगार समिति गोंदिया के सदस्य इंजि. जसपालसिंह चावला ने बताया कि, 30 जून से शुरू होने जा रही जबलपुर-चांदा-फोर्ट इंटरसिटी एक्सप्रेस का स्टॉपेज देसाईगंज में होना चाहिये. इससे पहले ही एक्सप्रेस शुरू होने के बाद गोंंदिया के बाद सिधा चांदा में स्टॉपेज दिया गया था. उस समय रेल विभाग से पत्र व्यवहार कर जबलपुर-चांदा-फोर्ट इंटरसिटी एक्सप्रेस का स्टॉपेज वड़सा मेंं देने की मांग की थी. और अब फिर से रेल विभाग से पत्रव्यवहार कर एक्सप्रेस का वड़सा में स्टॉपेज देेने की मांग की गई है. ऐसी बात उन्होंने कही.

    वड़सा में स्टॉपेज देकर लोगों को राहत दे:मोटवानी

    देसाईगंज नप के पूर्व नगराध्यक्ष जेसा मोटवानी ने कहां कि, गड़चिरोली जिले के देसाईगंज में एकमात्र रेलस्थानक है. कोरोना संक्रमण व लॉकडाऊन के पहले इस रेलस्थानक से रेल का नियमित परिचलन हो रहा था. लेकिन कोरोना के बाद केवल एक ही पॅसेंजर गाड़ी दौड़ रही है. लेकिन बल्लारशाह-चंद्रपुर-गोंंदिया-जबलपुर मार्ग पर दौडऩेवाली एक भी रेलगाड़ी का देसाईगंज में स्टॉपेज नहीं दिया गया है. जिससे जिले के नागरिक व व्यापारियों को भारी त्रासदि का सामना करना पड़ रहा है. जिससे जिले के लोगों को राहत देने के लिये सुपरफास्ट टे्रन का देसाईगंज में स्टॉपेज देने का जरूरी है. ऐसी बात उन्होंने कही.

    वड़सा में स्टॉपेज होना बेहद जरूरी:दयलनी

    देसाईगंज संघर्ष समिति के अध्यक्ष भरत दयलनी ने बताया कि, रेलवे विभाग द्वारा हरी झंड़ी मिलने के बाद पश्चिम मध्य रेलवे पुणे, जबलपुर, चांदाफोर्ट सुपरफास्ट टे्रन को पुन: शुरू करने की तैयारी शुरू की गई है. दक्षिण भारत तक पहुंचानेवाली जबलपुर-चांदाफोर्ट एक्सप्रेस अब शुरू होगी. वहीं देसाईगंज होते हुए बल्लारशाह तक जाएगी. लेकिन एक सुरपास्ट टे्रन को देसाईगंज में स्टॉपेज नहीं दिया गया है. जिससे जिले के समेत पड़ोसी चार जिलों के लोगों में निराशा छायी हुई है. रेल विभाग को देसाईगंज में स्टॉपेज देना बेहद जरूरी होने की बात उन्होंने कही.