गड़चिरोली. राज्य के आखरी छोर पर बसा गड़चिरोली यह जिला आदिवासी बहुल, अतिदुर्गम और पिछड़ा जिला होने के साथ ही नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. इस जिले के किसानों का जीवनयापन खेती के भरोसे होता है. लेकिन जिले के किसान पारंपारिक तरीके से खेती करते आ रहे है. ऐसे में किसानों को उत्पादन खर्च भर निकल पाना मुश्किल होता था. लेकिन तत्कालीन जिला पुलिस अधिक्षक अंकित गोयल की संकल्पना से जिले के पुलिस थानों में दादालोरा खिड़की योजना शुरू की गई.
वहीं इस योजना के माध्यम से जिले के किसानों का जीवनस्तर सुधारने का प्रयास किया जा रहा है. इसी बीच धान फसल समेत अन्य फसलों का उत्पादन लेने के लिये रेगुंठा पुलिस व सिरोंचा के कृषि विभाग के संयुक्त तत्वावधान में किसान सम्मेलन आयोजित कर करीब 80 किसानों को प्रत्येकी 15 किलो ऐसे 1200 किलो चन्ना बीज का वितरण किया गया. जिससे किसानों को बड़ी राहत मिली है.
किसानों को खेती संदर्भ में किया मार्गदर्शन
इस समय उपस्थित पुलिस अधिकारी व कृषि अधिकारियों ने उपस्थित किसानों को मार्गदर्शन करते हुए कहां कि, सरकार द्वारा किसानों का विकास करने के लिये विभिन्न तरह की योजनाएं चलाई जा रही है. साथ ही अनुदान पर कृषि सामग्री वितरित किए जा रहे है. जिससे किसान वर्ग पारंपारिक खेती करना छोड़ नई तकनिकों को अपनाए और अपना विकास करें, किसानों का उत्पादन अच्छा होने के लिये कृषि विभाग द्वारा हरसंभव उचित मार्गदर्शन किया जा रहा है. जिसका लाभ लेने का आहवान किया गया है.
किसानों के साथ पुलिस विभाग:सानप
उपस्थित किसानों को मार्गदर्शन करते हुए रेगुंठा थाने के प्रभारी अधिकारी विजय सानप ने कहां कि, किसानों का जीवनस्तर सुधारने के लिये वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मार्गदर्शन में दादालोरा खिड़की योजना के तहत विभिन्न उपक्रम चलाए जा रहे है. ग्रामीण व दुर्गम क्षेत्र में जीवनयापन करनेवाले नागरिकों को सरकारी योजना का लाभ मिले और उनका विकास हो, इसलिये पुलिस विभाग प्रयास कर रहा है. स्थानीय नागरिकों की समस्याओं का निराकरण करने के लिये पुलिस विभाग तत्पर होकर किसानों के साथ है. ऐसी बात उन्होंने कही.
हजारों लोगों लिया शिविर का लाभ
रेगुंठा पुलिस द्वारा आयोजित किसान सम्मेलन में थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों के हजारों नागरिकों ने उपस्थिति दर्शायी. यहां पर किसानों को बीजों का वितरण करने के साथ ही उन्हें खेतीकार्य करने संदर्भ में उचित मार्गदर्शन किया गया. सम्मेलन में सिरोंचा के कृषि अधिकारी मेश्राम, थाना प्रभारी विजय सानप, पुलिस उपनिरीक्षक सागर पाटिल, पुलिस उपनिरीक्षक निजाम सय्यद आदि उपस्थित थे. सम्मेलन को सफल बनाने के लिये रेगुंठा पुलिस के कर्मचारियों ने परिश्रम किया.