Leopards
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    गड़चिरोली.  एक तरफ गड़चिरोली तहसील में नरभक्षी बाघ ने दहशत मचाकर अब तक 15 लोगों की जान ली है. जिसके कारण गड़चिरोली तहसील के नागरिक पुरी तरह दहशत में आ गये है. और अब पिछले कुछ दिनों से चामोर्शी तहसील के आष्टी परिसर में तेंदुए की दहशत निर्माण हो गयी है. पहले तेंदुआ बकरी और मवेशियों को अपना निवाला बना रहा था.

    लेकिन तेंदुआ मनूष्यों पर हमला करने लगा है. ऐसे में शुक्रवार 1 अक्टूबर को चामोर्शी तहसील के आष्टी समीपस्थ इल्लुर गांव परिसर में तेंदुए ने एक किसान पर हमला किया. जिसमें किसान की मृत्यु हो गयी.

    इससे पहले भी करीब चार तेंदुए ने लोगोंं हमला किया. अब तक तेंदूए के हमले में आष्टी क्षेत्र के एक बालक समेत दो लोगों की मृत्यु हुई है. जिसके कारण जिले में अब बाघ के बाद तेंंदुआ नरभक्षी होने की बात कही जा रही है. दुसरी ओर तेंदुए की दहशत काफी बढऩे से परिसर के लोगों को दहशतगर्द वातावरण में जीवनयापन करना पड़ रहा है.

    खेत समीपस्थ जंगल में गया था किसान

    चामोर्शी तहसील के इल्लुर गांव निवासी शंकर गंगाराम चिताड़े (55) नामक किसान 30 सितंबर को सुबह अपने खेत  समीपस्थ जंगल में गया था. इस दौरान अचानक तेंदुए ने उसपर हमला कर जंगल में घसिटते हुए ले गये. इधर शाम होने के बावजूद भी शंकर चिताड़े घर वापिस नहीं लौटने के कारण उसके परिजन और ग्रामीणों ने खोजबिन शुरू कर दी.

    ऐसे में शुक्रवार 1 अक्टूबर को सुबह इल्लूर गांव के जंगल परिसर में किसान का शव मिला. और तेंदुए के हमले में ही किसान की मृत्यु होने का मामला स्पष्ट हुआ. जिसके कारण परिसर में तेंदूए की दहशत निर्माण हो गयी है. मृतक के परिजनों को तत्काल वित्तीय सहायता करने की मांग की जा रही है.

    अब तक 5 लोगों पर किया हमला

    तेंदुआ पहले मवेशियों का शिकार कर रहा था. लेकिन अब तेंदुआ नरभक्षी बनकर मनूष्यहानि कर रहा है. आष्टी क्षेत्र में अब तक तेंदूए ने पांच लोगों पर हमला किया है. जिनमें दो बालकों का समावेश है. इससे पहले आष्टी पेपरमिल परिसर में एक 8 वर्षिय बालक पर तेंदुए ने हमला किया. जिसमें बालक गंभीर रूप से घायल हो गये.

    वहीं दुसरी घटना मार्कंडा (कं) जंगल में घटी. जहां तेंदूए ने चरवाह बालक पर हमला कर उसकी जान ली. इसके बाद आष्टी पेपरमिल कॉलोनी में अपने घर के प्रांगण में बर्तन धो रही महिला पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल किया है. वहीं अन्य एक घटना समेत आज शुक्रवार को तेंदूए के हमले में एक किसान की मृत्यु हो गयी है.

    जरूरत पड़ी तो बुलाएंगे टिम: उईके

    मार्कंडा (कं) की वनपरिक्षेत्राधिकारी भारती उईके ने बताया कि, तेंदुए को पकडऩे के लिये हमारे पास 5 पिंजरे उपलब्ध हुए है. जिनमें से 3 पिंजरे लगाए गए है. और दो पिंजरे लगाने का कार्य शुरू है.

    इसके अलावा तेंदूए पर नजर रखने के लिये करीब 10 से 12 ट्रैप कैमेरे भी जंगल क्षेत्र में लगाए गए है. वनविभाग तेंदूए को पकडऩे के लिये हरसंभव प्रयास कर रहा है. यदि जरूरत पड़ी तो तेंदुए को पकडऩे के लिये टीम भी बुलाई जाएगी. ऐसी जानकारी उन्होंने दी.