लंपी: 550 गांवों को टीके का ‘सुरक्षा कवच’, जिले में 1.59 लाख मवेशियों का टीकाकरण हुआ पूर्ण

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    • अब तक नहीं पाया गया लंपी बाधित मवेशी

    गड़चिरोली. देश तथा राज्य के विभिन्न जिलों में गोजातिय मवेशियों में पाए जानेवाले लंपी बीमारी के प्रकोप ने हाहाकार मचाया हुआ है. गोजातिय मवेशियों को होनेवाली यह संक्रमित बीमारी अनेक मवेशियों के मृत्यू का कारण बन रही है. जिस कारण सरकार के आदेशानुसार प्रत्येक जिलास्तर पर प्रशासन द्वारा प्रतिबंधात्मक उपाययोजना शुरू कर दी है. महाराष्ट्र राज्य में भी अनेक लंपी पिडीत मवेशी पाए गए है.

    जिसमें विदर्भ के अनेक जिलों के मवेशियों का समावेश है. भलेही इन जिलों में राज्य के अंतिम छोर पर बसे गड़चिरोली जिले का समावेश नहीं है. किंतु प्रशासन मवेशियों की इस गंभीर बीमारी को जिले के बाहर ही रोकने हेतु विभिन्न उपाययोजना शुरू कर दी है. जिसके तहत जिलेभर में मवेशियों की जांच तथा टीकाकरण मुहिम शुरू की गई है.

    इस मुहिम के तहत अबतक जिले के 550 गांवों में मवेशियों का टीकाकरण पूर्ण किया गया है. जिसके तहत करीब 1 लाख 59 हजार से अधिक मवेशियों लंपी प्रतिबंधात्मक टीके लगाए गए है. टीकाकरण के माध्यम से अबतक जिले के 550 गांवों के मवेशियों को ‘सुरक्षा कवच ‘ प्रदान किया गया है. वहीं प्रशासन द्वारा युद्धस्तर पर टीकाकरण का कार्य किया जा रहा है. जिसके चलते जिला प्रशासन तथा पशुसंवर्धन विभाग के प्रयासों से मवेशियों की महामारी ‘लंपी’ को जिले के बाहर ही रोकने में सफलता मिली है. अबतक जिले में एक भी लंपी बाधित मरीज नहीं पाया गया है. जिस कारण फिलहाल गड़चिरेाली जिला लंपी रहीत है. 

    तहसील निहाय टीकाकरण 

    जिले के पशुधन पर ‘लंपी’ बीमारी का प्रकोप न हो, इसके लिए जिला पशुसंवर्धन विभाग की ओर से टीकाकरण पर जोर दिया गया है. अबतक 1 लाख 59 हजार 936 मवेशियों टीका लगाया गया है. जिसमें अहेरी तहसील के गायवर्गीय 6967, बैल वर्गीय 10185, आरमोरी में गाय 6825, बैल 9024, भामरागड में गाय 4426, बैल 5559, चामोर्शी में 9629, बैल 11791, देसाईगंज में गाय 4063, बैल 3098, धानोरा में गाय 7427, बैल 10289, एटापल्ली में गाय 6115, बैल 3070, गड़चिरोली में गाय 5730, बैल 12242, कुरखेडा में गाय 6702, बैल 10955, कोरची में गाय 4749, बैल 6651, मुलचेरा में गाय 3237, बैल 3605 व सिरोंचा तहसील के गायवर्गीय 2111, बैलवर्गीय 5486 मवेशियों का समावेश है. 

    तहसील निहाय उपलब्ध टीके 

    लंपी चर्मरोग के प्रतिबंध के लिए जिले में 2.30 लाख टीके उपलब्ध कराएं गए. इससे अहेरी तहसील में 28 हजार टीके , आरमोरी में 18 हजार, भामरागड में 14 हजार, चामोर्शी में 30 हजार, देसाईगंज में 8 हजार, धानोरा में 20 हजार, एटापल्ली में 22 हजार, गड़चिरोली में 26 हजार, कुरखेडा में 22 हजार, कोरची में 12 हजार, मुलचेरा में 11 हजार, सिरोंचा तहसील में 19 हजार टिके उपलब्ध किए गए है. 

    फिर 1.90 टीके की मांग 

    जिले में मवेशियों को लंपी से दूर रखने के लिए 2.30 लाख टीके उपलब्ध कराएं गए है. इसमें 1.60 लाख के करीब टीके की मात्रा मवेशियों को दी गई है. फिलहाल केवल 70 हजार टीके बाकी है. और भी जिले के लाखों मवेशियों का टीकाकरण बाकी है. जिस कारण जिले के लिए फिर से 1.90 लाख टीके की मांग को लेकर पंजीयन किया गया है. 

    पशुपालक मवेशियों को लगाएं टीके

    ‘लंपी’ बीमारी के मद्देनजर जिले में पशुसंवर्धन विभाग की ओर से गांव गांव में मवेशियों का टीकाकरण किया जा रहा है. पशुपालक अपने मवेशियों का टीकाकरण नहीं टाले. पशुधन को बजाने के लिए पशुपालक टीकाकरण कर सहयोग करे. टीका लगाने के बाद भी पशुपालक मवेशियों का उचित ध्यान रखे और सतर्कता बरते. 

    वी. ए. गाडगे, जिला पशुसंवर्धन उपायुक्त, गड़चिरोली