weather update
Pic: Social Media

Loading

गड़चिरोली. तीव्र धुप के चलते शारिरीक कमजोरी बढ़कर मृत्यु होने की संभावना रहती है. जिससे लू से बचने के लिये आवश्यक उपाययोजना करें, ऐसी अपिल जिला प्रशासन ने की है. साथ ही उष्णता की जानकारी के लिये रेडिओ, टीवी व समाचार पत्रों से जानकारी हासिल करें. सभी संबंधित विभाग, स्थानीय जनप्रनिधि और सामाजिक संस्था उक्त कार्यक्रम में शामिल. जिला नियंत्रण कक्ष, महानगर पालिका नियंत्रण कक्ष, विभागीय स्तरीय नियंत्रण कक्ष  व स्थानीय संस्था और स्वास्थ्य विभाग एकजुट होकर कार्य करें, ऐसा आहवान भी किया गया है. 

प्यास न लगने के बाद भी अधिक से अधिक पानी पिना जरूरी है. पलते व सछिद्र सुती कपड़ों का उपयोग करने, बाहर निकलते समय गॉगल्स, छाता, हॅट, बुट व चप्पल का उपयोग करने, सफर करते समय पानी की बोतल साथ में रखने, वहीं गिले सिर व चेहरा ढकने,ग्रीमष्काल में शरीर में पानी का प्रमाण कम होने से ओ. आर. एस., घर में तैयार की गई लस्सी, निंबुपानी, ताक आदि का उपयोग करने, कमजोरी, सिरदर्द, लगातार निकलनेवाला पसिना आदि लु लगने के लक्षण है. वहीं चक्कर आने पर तत्काल डाक्टर की सलाह ले. मवेशियों को छाव में रखने, वहीं उन्हें आवश्यकता नुसार पानी देने, घर थंड़ा रखने के लिये परदा, शटर व सनशेड का उपयोग करें.

वहीं रात के समय खिड़कियां खुली रखे. साथ ही थंड़े पानी से समय-समय पर स्नान करें. तडके ही अधिक से अधिक कामों का निपटारा करने और बाहर कामकाज करते समय ब्रेक लेकर नियमित आराम करें. यदि गर्भवती व बिमार होने पर अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है. दोपहर 12 से 3 बजे की कालावधि में बाहर न निकले. बाहर तामपान अधिक होने पर शारिरीक श्रम के कार्य न करें. वहीं आकस्मिक संपर्क करने के लिये जिला अस्पताल गड़चिरोली के०७१३२-२२१९१/१०८ इस क्रमांक पर संपर्क करें, ऐसा आहवान निवासी उपजिलाधिश तथा जिला आपदा व्यवस्थापन प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने किया है.