Medigatta Prakalp

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सिरोंचा.  तेलंगाना सरकार द्वारा सिरोंचा तहसील की सीमा पर बहनेवाली गोदावरी नदी पर मेडीगट्टा-कालेश्वरम सिंचाई प्रकल्प शुरू किया है. लेकिन यह सिरोंचा प्रकल्प शुरू होते ही सिरोंचा तहसील के किसानों के लिये अभिशाप बन गया है. और इस प्रकल्प के चलते इस तहसील के किसानों का भारी नुकसान हुआ है. जिसे कारण नुकसानग्रस्तों को मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर पिछले 21 दिनों से प्रकल्प बाधित सिरोंचा तहसील मुख्यालय में अनशन कर रहे है. लेकिन अब तक सरकार व प्रशासन द्वारा संज्ञान नहीं लिये जाने से आंदोलकर्ताओं में तीव्र नाराजगी व्याप्त है. 

मेडीगट्टा, कालेश्वरम सिंचाई प्रकल्प के बैक वॉटर के चलते तहसील के आरडा माल, मुगपुर, पेंटीपाका, तुमनुर, मृदुक्रिष्णापुर,  जानमपल्ली, मद्दीकुंठा, चिंतलपल्ली, नगरम, रामक्रिष्णपुर, सिरोंचा रै. सिरोंचा माल, कारसपल्ली समेत अन्य गांवों की खेत जमीन पुरी तरह डूब गयी है. इधर भुसंपादन को मंजूरी मिलकर तीन वर्षो की कालावधि बित गयी. लेकिन अब तक भूसंपादन की प्रक्रिया पूर्ण नहीं हुई है. लेकिन प्रकल्प के बैक वॉटर के चलते लगातार तीन वर्षो से किसानों का भारी नुकसान हो रहा है.

मंजूर हुई खेत जमीन  से अधिक खेती पानी के निचे आने से किसानों पर भुखों मरने की नौबत आन पडी है.  नुकसान का मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर सिरोंचा तहसील कार्यालय के सामने पिछले 21 दिनों से बेमियादी अनशन शुरू है. लेकिन अब तक सरकार व प्रशासन द्वारा इस आंदोलन की ओर ध्यान नहीं दिए जाने से आंदोलनकर्ताओं में तीव्र नाराजगी व्याप्त है.