हाथियों के स्थलांतरण के खिलाफ आक्रोश; कांग्रेस ने किया ठिय्या, तो भाजपा का चक्काजाम

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    गड़चिरोली. राज्य के एकमात्र सरकारी हाथीकैम्प होनेवाले कमलापुर व पातानील के हाथियों को स्थलांतरीत करने को जिलेभर में वन्यप्रेमीयों के साथ आम लोगों द्वारा तीव्र निषेध किया जा रहा है. ऐसे में इस निर्णय के खिलाफ राजनितिक स्तर पर भी आक्रोश व्यक्त हो रहा है. आज 21 मई को हाथियों के स्थलांतरण के खिलाफ कांग्रेस ने ठिय्या आंदोलन किया, तो भाजपा की ओर से चक्काजाम आंदोलन किया गया. जिले के हाथियों को स्थलांतरण को अबतक आम नागरिक तथा संगठनों द्वारा विरोध हो रहा था, अब राजनितिक स्तर पर भी विरोध होने के चलते जिले के ही नहीं बल्की समुचे राज्य के पर्यटकों का ध्यान इस ओर लगा है. 

    राज्य का एकमात्र सरकारी हाथीकैम्प होनेवाले कमलापूर व पातानील के हाथियों के स्थलांतरण को गति दिखाई दे रही है. जिले का एकमात्र हाथीकैम्प बचाने के लिए तथा केंद्र सरकार वहीं राज्य के मुख्यमंत्री का ध्यान खिंचने के लिए जिला कांग्रेस की ओर से कमलापूर में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष महेंद्र ब्राम्हणवाडे के नेतृत्व में गांधीगिरी मार्ग से एक दिवसीय ठिय्या आंदोलन किया गया.

    कमलापूर व पातानील का हाथीकैम्प यह जिले का वैभव है. अनेक वर्षो से उनका यहां निवास है. जिससे अबतक किसी भी मानव को हानी पहुंची ऐसा नहीं हुआ है. साथ ही हाथियां के अधिवास से कमलापूर को नई पहचान मिली है. जिससे यहां के हाथियों का स्थलांतरण कर यह हाथी जामनगर (गुजरात) के निजि प्राणी संग्रहालय में ले जाना यह उचित नहीं है. इसका विरोध करते हुए कांग्रेस की ओर से आज कमलापूर के हाथी बचाने के लिए गांधिगीरी के मार्ग से आंदोलन किया गया.

    इस समय महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष रुपाली पंदिलवार, युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष लॉरेन्स गेडाम, अनुसूचित जाति विभाग अध्यक्ष रजनिकांत मोटघरे, रोजगार स्वयंम रोजगार सेल के जिलाध्यक्ष दामदेव मंडलवार, विमुक्त भ.जाति, जनजाति सेल के जिलाध्यक्ष विनोद चव्हाण, जिला सचिव सुनिल चडगूलवार, एटापल्ली तहसील अध्यक्ष संजय चरडूके, पार्षद निजाम पेंदाम, मोहन नामेवार, आकाश परसा, अक्षय भोवते, हरबाजी मोरे, संजय चन्ने, वसंत राऊत, प्रभाकर कुबडे, जितेंद्र मूनघाटे, अंकुश गाढवे, सुधीर बांबोले, रजाक खान,किसन हिचमी, मनोहर बोरकर, अमर गाढवे, संतोष मडावी, नागाजी कोरत, रामेश्वर, देवानंद गावडे, तानाजी दुर्वा, लालसू, भुजनगराव तोडसाम, रंगा गावडे, रवी कुमरे, चरणदास गावडे, विठ्ठल तोडसाम, माधव पोटावी, लकमु गावडे, मुटयालू गावडे, सुरेखा कामसे, फुलाबाई मडावी, कमलाबाई मडावी समेत सैंकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ते व ग्रामीण उपस्थित थे. 

    भाजपा ने किया 2 घंटे चक्काजाम

     पातानील आणि कमलापूर हाथी कैम्प के हाथी गुजरात जामनगर में स्थलांतरीत करने के निर्णय के खिलाफ अहेरी भाजपा पदाधिकारियों ने आज सुबह आलापल्ली – चंद्रपूर मार्ग पर 2 घंटे चक्काजाम किया. इस दौरान हाथियों का स्थलांतरण रोके, इस मांग का ज्ञापन तहसीलदार ओमकार ओतारी को सौंपा गया. 

    चंद्रपुर जिले के ताडोबा समेत पातानील तथा कमलापूर के हाथी गुजरा में भेजा जा रहा है. जिससे राज्य में इसका विरोध हो रहा हे. इस दौरान गुरूवार को ताडोबा के 6 हाथ्ज्ञी गुजरात की ओर रवाना किए गए. जिससे अहेरी तहसील में व्यापक अस्वस्थता फैली हुई है. इस निर्णय का सभी स्तर से विरोध हो रहा है. स्थानीय नेताओं द्वारा मौन धारण करने से समाज माध्यमों में व्यापक टिप्पणी हो रही है. जिसके तहत अहेरी तहसील भाजपा की ओर से आज आलापल्ली के शहीद अजय माष्टे चौक में 2 घंटे चक्काजाम आंदोलन किया गया.

    इस दौरान प्रशासन के निर्णय के खिलाफ घोषणाबाजी की गई. भाजपा के चक्काजाम आंदोलन के कारण यातायात बाधित हुई थी. सड़क के दोनों छोर पर वाहनों की कतारे लग गई थी. इस समय भाजपा तहसील अध्यक्ष रवी नेलकुद्री के नेतृत्व में भाजपा के जिला महासचिव रविंद्र ओल्लालवार, प्रकाश गुडेल्लीवार, तहसील महामंत्री संतोष मद्दीवार, मुकेश नामेवार, रमेश समुद्रालवार, अमोल गुडेल्लीवार, सुकमल मंडल आदि समेत सैंकड़ों भाजपा कार्यकर्ते उपस्थित थे. 

    हाथियों को लेकर असमंजस की स्थिती 

    केंद्र सरकार के आदेश पर चंद्रपुर जिले के ताडोबा के 6 हाथी गुजरात की ओर रवाना किए गए है. जिससे गड़चिरोली जिले में सर्वत्र अस्वस्थता निर्माण हुई है. स्थानीय नागरिकों द्वारा कमलापूर व पातानील का हाथीकैम्प स्थलांतरण को विरोध हो रहा है. ऐसे में जिले के वन्यप्रेमी भी इस निर्णय के प्रति आक्रोश व्यक्त किया जा रहा है. ऐसे में अब राजनितिक दलों की ओर से हाथियों के स्थलांतरण को विरोध होने लगा है. जिससे यहां के हाथी जाऐंगे, या यहीं रहेंगे, इसे लेकर असमंजस की स्थिती बनी हुई है. इस ओर जिले के नागरिकों की निगाहें टिकी हुई है.