फुटपाथ व्यवसायिकों के समर्थन में गड़चिरोली में राजनितिक दलों ने खोला मोर्चा

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    • अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई रोकने की मांग 

    गड़चिरोली. स्थानीय नगर परिषद द्वारा शहर के फुटपाथ व्यवसायिकों को अतिक्रमण हटाने संदर्भ में नोटिस  भिजवायी है. जिससे संबंधित व्यवसायिकों में खलबली मचने के साथ ही उनपर भुखों मरने की नौबत आन पड़ी है. जिससे उक्त कार्रवाई रोककर विकल्प निकालने की मांग लेकर सोमवार को मनसे और बीआरएसपी ने जिलाधिश कार्यालय पर मोर्चा निकाला है. वहीं जिलाधिश को ज्ञापन सौंपा गया है.

    ज्ञापन में कहां गया कि, पिछले 25 से 30 वर्षो से फुटपाथ व्यवसायिक शहर में अतिक्रमण कर और छोटा-मोटा व्यवसाय कर अपना जीवनयापन कर रहे है. लेकिन ऐन त्यौहार के मद्देनजर स्थानीय नगर परिषद प्रशासन ने व्यवसायिकों को नोटिस भिजवाकर अतिक्रमण न हटाने पर कार्रवाई करने का आदेश दिया है. जिससे व्यसायिकें पर भुखो मरने की नौबत आन पडऩे की संभावना जताई जा रही है. जिससे नगर परिषद द्वारा होनेवाली कार्रवाई तत्काल रोककर व्यवसायिकों को विकल्प के रूप में जगह उपलब्ध कराने की मांग की गई है. 

    मनसे ने दी जिलाधिश कचहरी पर दस्तक 

    नगर परिषद द्वारा शहर के फुटपाथ व्यवसायिकों को अतिक्र्रमण हटाने की नोटिस भिजवाने के बाद शहर के फुटपाथ व्यवसायिक पुरी तरह भयभित हो गये है. दिवाली उत्सव के मद्देनजर ही नोटिस मिलने के कारण व्यवसायिकों के व्यवसाय पर विपरित परिणाम होने की संभावना जताई जा रही है.

    जिससे अतिकमणधारकों का अतिक्रमण न हटाने की मांग का लेकर सोमवार को मनसे के पदाधिकारियों ने मोर्चा निकालकर जिलाधिश कार्यालय पर दस्तक दी. वहीं जिलाधिश को ज्ञापन सौंपकर नगर परिषद द्वारा होनेवाली कार्रवाई रोकने की मांग की गई. इस आंदोलन में मनसे के जिलाध्यक्ष राजेंद्र सालवे, जिला उपाध्यक्ष हरीष वालदे, मनविस के जिलाध्यक्ष स्वप्रील वाढई, शहर अध्यक्ष निखिल गोरे, स्वप्रील आडेट्टीवार, प्राजक्त धाईत, दीपक डोंगरे, संतोष नेवालकर, अशितोष काटेंगे समेत फुटपाथ व्यवसायिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे. 

    बीआरएसपी ने दिया धरना 

    इधर बीआरएसपी के पदाधिकारी भी शहर के फुटपाथ व्यवसायिकों के समर्थन में उतकर शहर के अतिक्रमणधारक व्यवसायिकों का अतिक्रमण न हटाने की मांग को जिलाधिश कार्यालय के सामने धरणा आंदोलन किया. आंदोलनकर्ताओं ने कहां कि, नगर परिषद प्रशासन ने शहर के फुटपाथ व्यवसायिकों से किसी भी तरह की चर्चा न करते हुए सिधे अतिक्रमण हटाने की नोटिस भिजवायी है. जिसके कारण अतिक्रमणधारक पुरी तरह भयभित हो गये है.

    ऐसे में छोटे व्यवसायिकों को राहत देने के लिये अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर बीआरएसपी के पदाधिकारियों ने जिलाधिश कार्यालय के सामने धरणा आंदोलन किया. वहीं जिलाधिश के माध्यम से राज्य के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भिजवाया गया है. इस आंदोलन में रिपब्लिकन सोशालिस्ट पार्टी के जिलाध्यक्ष राज बनसोड़ शहर प्रमुख मिलिंद बांबोडे, महासचिव पुरूषोत्तम रामटेके, दीपक बोलीवार, पियुष वाकड़े, विजय देवतले, सतीश दुर्गमवार समेत बड़ी संख्या में पदाधिकारी उपस्थित थे. 

    पहले कोरोना ने छिना रोजगार अब नप

    दोनों राजनितिक दलों के पदाधिकारियों ने कहां कि, कोरोना के चलते संपूर्ण देश में लॉकडाउन घोषित किया गया था. जिसके कारण करीब दो वर्ष तक व्यवसायिकों को वित्तीय संकट से गुजरना पड़ा था. हाल ही में राज्य में राज्य समेत देश में कोरोना का संक्रमण कम होने के कारण सभी तरह का व्यवसाय शुरू किया गया है.

    गड़चिरोली शहर में फुटपाथ व्यवसायिकों की संख्या है. कोरोना के चलते इन व्यवसायिकों को अनेक संकटों का सामना करना पड़ा था. अब व्यवसायिक वित्तीय संकट से उभरने का प्रयास कर रहे है. लेकिन अब नगर परिषद द्वारा कार्रवाई करने की नोटिस भिजवाए जाने से  कोरोना के बाद नगर परिषद द्वारा व्यवसायिकों का छिनने का आरोप लगाया गया है.