गड़चिरोली. विगत अनेक दशकों से स्थित होनेवाले पोर्ला के मुस्लिम बांधवों के कब्रस्थान को वनविभाग प्रशासन द्वारा आग लगाने का मामला धार्मिक द्वेष निर्माण करनेवाला है. इस घटना के कारण मुस्लिम समाजबांधवों द्वारा व्यापक निषेध व्यक्त हो रहा है. इस मामले से धार्मिक विवाद निर्माण होने की संभावना बढ गई है. उक्त कार्रवाई करनेवाले वनाधिकारी व कर्मचारियों पर तत्काल कार्रवाई करे, ऐसी मांग मुस्लिम समाजबांधवों ने आज सोमवार को आयोजित पत्रपरिषद से की है.
पत्रपरिषद में जानकारी देते हुए मुस्लिम समाजबांधवों ने कहां है कि, तहसील के पोर्ला में वर्ष 1938 से मुस्लिम कब्रस्थान अस्तित्व में है. वहीं उक्त सर्व्हे क्र. 85 में की 0.10 हे. आर. तथा सर्व्हे क्र. 136 में 0.20 हे. आर. ऐसा कुल 0.30 हे. आर. जगह वर्ष 1968 के तहसीलदार तथा ग्रामपंचायत सरपंच के पत्र के तहत मुस्लिम कब्रस्थान के लिए मुकरर की गई थी. उक्त कब्रस्थान में अबतक 50 से अधिक शवों पर दफनविधी किया गया है. उकत जगह के संदर्भ में दस्तावेज होने के बावजूद पोर्ला वनविभाग के क्षेत्र सहाय्यक अधिकारी ने मुस्लिम कब्रस्थान के अध्यक्ष प्यारमहमद जानमहमद शेख को 17 जनवी को एकतर्फा नोटीस दिया.
इस संदर्भ के दस्तावेज पेश करने के बावजूद 23 जनवरी को वनपरिक्षेत्र कार्यालय के वनपरिक्षेत्र अधिकारी व कर्मचारियों ने कब्रस्थान में आग लगाई. जिससे सालोंसाल से होनेवाला कब्रस्थान पूर्णत: क्षतिग्रसत हुआ है. जिससे मुस्लिम समाज बांधवों की धार्मिक भावना आहत हुई है. इस एकतर्फा कार्रवाई करनेवाले संबंधित वनाधिकारी व कर्मचारियों पर तत्काल मामले दर्ज करे, ऐसी मांग मुस्लिम समाज बांधवों ने पत्रपरिषद में की है. पत्रपरिषद में भारतीय मुस्लिम परिषद के अध्यक्ष एजाज शेख, रफीक कुरेशी, बशिर शेख, मो. हामीद शेख, वसीम खॉंन, सरफराज शेख, शानू पटेल, फारुक शेख, जावेद शेख, सलीम शेख, अज्जू शेख, कुरेशी, सय्यद कादरी, फिरोज पठाण, आयशा बेगम, इसराईल पठाण आदि उपस्थित थे.
कब्रस्थान को संरक्षण दे
विगत अनेक दशकों से पोर्ला में मुस्लिम कब्रस्थान अस्तित्व में है. इस कब्रस्थान में 50 से अधिक शवों पर दफनविधी संपन्न हुए है. उक्त जगह के दस्तावेज भी उपलब्ध होने के बावजूद वनविभाग ने जानबुझकर कब्रस्थान के जगह पर कार्रवाई करते हुए कब्रस्थान को आग लगाई. जिससे सालोंसाल होनेवाले कब्रस्थान की क्षति हुई हे. जिससे मुस्लिम समाज कब्रस्थान को प्रशासन संरक्षण दे, ऐसी मांग मुस्लिम समाज बांधवों ने तहसीलदार को सौंपे ज्ञापन से की है.
संबंधित जगह से 0.10 हे. आर. यह मुस्लीम समाज बांधवों की है, ओर बाकी बची जगह यह वनविभाग की है. उक्त जगह के संदर्भ में मुस्लिम बांधवों ने कोई भी दस्तावेज पेश नहीं किए है. वहीं वनहक्क दांवे में भी नहीं दिखा पाए है. संबंधितों को दस्तावेज पेश करने संदर्भ में नोटीस दिया गया हे. इसके बावजूद दिए गए कालावधि में दस्तावेज पेश नहीं किए जाने से कार्रवाई की गई. किंतु दफनविधि के परिसर को किसी तरह की आग नहीं लगाई गई है.
राकेश मडावी (वनपरिक्षेत्र अधिकारी- पोर्ला)