Remains of 2 dead cubs found in forest during campaign to catch man-eating tigress and cubs

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    • वनविभाग में मची खलबली, अवशेष के नमुने जांच हेतु भेजा प्रयोगशाला

    गड़चिरोली.  गड़चिरोली वनविभाग में उत्पात मचाकर करीब 10 लोगो की जान लेनेवाली नरभक्षी टी-6 बाघिन व उसके द्वारा जन्म दिए गए 4 शावकों को सकुशल पकड़ने हेतु वनविभाग द्वारा जंगल परिसर में मुहिम चलाई जा रही है. इस मुहिम के दौरान एक खलबली मचानेवाला मामला सामने आया है. बाघिन व शावकों के पकड़ने हेतु मुहिम चलाते समय वनविभाग के दस्ते को गड़चिरोली तहसील के अमिर्झा बीट में करीब 5 माह उम्र के 2 मृत शावकों के अवशेष मिले है. जिसके चलते इस घटना के कारण वनमहकमें के साथ ही जिले में खलबली मची हुई है. 

    गड़चिरोली तहसील के जंगल परिसर में विगत कुछ माह में बाघों की संख्या में भारी वृद्धी दिखाई दे रही है. जिसके मद्देनजर ग्रामीण अंचल से सटे खेत व जंगल परिसर में बाघों के हमलों में अनेक नागरिकों की जाने गई है. फिलहाल इस जंगल परिसर में टी-6 नामक बाघिन का सर्वाधिक खौफ है. इस बाघिन ने विगत कुछ माह में अनेक मवेशियों के साथ ही 10 नागरिकों को अपना आहार बनाया है. इस बिच उक्त बाघिन ने 4 शावकों को जन्म देने की बात भी सामने आयी.

    बाघिन के बढ़ते हमलों के मद्देनजर बंदोबस्त करने की मांग को लेकर वनविभाग के प्रति नागरिकों का रोष बढ़ गया. जिसके चलते वनविभाग द्वारा बाघिन को पकड़ने के लिए करीब 100 अधिकारी व कर्मीयों के दल को तैयार कर बाघिन की खोजबिन व सकुशल पकड़ने की तैयारी शुरू कर दी है. बाघिन को पकड़ने के लिए ताडोबा अंधारी वाघ्र प्रकल्प की विशेष टीम को बुलाया गया है. जिससे वनविभाग का दल जंगल परिसर में बाघिन की खोज कर रह है. ऐसे में 3 जनवरी को चातगांव वनपरिक्षेत्र अंतर्गत आनेवाले अमिर्झा जंगल परिसर में बाघ के एक मृत शावक के अवशेष मिले थे.

    उन अवशेष को वनविभाग ने अपने कब्जे में लिया. इसके पश्चात 6 जनवरी को भी उक्त स्थल से करीब 200 मीटर दुरी पर और एक मृत शावक के अवशेष दिखाई दिए. मृतक शावक के अवशेष में शावक के सीर व पुंछ का हिस्सा ही मिला है. अवशेषों के निरीक्षण के तहत उक्त शावकों की उम्र करीब 5 माह होने का अनुमान लगाया जा रहा है. इस परिसर में बाघ की मल भी प्राप्त हुआ है. वनविभाग द्वारा उक्त मृत शावकों के अवशेष के नमुनों जांच हेतु प्रयोगशाला में भेजा गया है. 

    दुसरे श्वापदों के हमले में मृत होने का अनुमान

    गड़चिरोली वनविभाग अंतर्गत आनेवाले जंगल परिसर में अनेक बाघ, तेंदुए आदि हिंसक श्वापदों का व्यापक मात्रा में विचरण है. ऐसे में जंगल परिसर में पशुपक्षीयों के संघर्ष भी होते है. इसी के मद्देनजर अमिर्झा जंगल परिसर में बाघ के मृत शावकों के अवशेष मिले है. वनविभाग के अधिकारी व कर्मचारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर उक्त अवशेष को जब्त किया गया है. इस दौरान घटनास्थल पर निरीक्षण करने पर अन्य श्वापदों के संघर्ष में ही उक्त शावकों की मृत्यू होने का अनुमान जताया जा रहा है. उक्त अवशेष के नमुने लेकर जांच हेतु हैद्राबाद के प्रयोगशाला में भेजा गया है. इन अवशेष की जांच के पश्चात ही उनके मृत्यू का कारण स्पष्ट होनेवाला है. इस दौरान मिले अवशेषों पर वनविभाग द्वारा दाहसंस्कार किया गया. 

    क्या यह वहीं शावक?

    नरभक्षी टी-6 बाघिन ने 4 शावकों को जन्म देने की बात कुछ दिन पूर्व सामने आयी थी. वनविभाग द्वारा लगाए गए ट्रैप कैमेरे में उक्त बाघिन शावकों के साथ दिखाई दी थी. जिसके पश्चात वनविभाग ने बाघिन को पकड़ने की मुहिम को कुछ दिनों के लिए टाल दिया था. इसके पश्चात हमले बढने के बाद फिर नरभक्षी बाघिन को शावकों के साथ सकुशल पकड़ने की मुहिम प्रारंभ की गई. जिसके तहत 100 लोगो के विशेष दस्ते को भी तैयार कर कार्य पर लगा दिया है. ऐसे में 2 मृत शावकों के अवशेष मिलने का मामला सामने आया है. ऐसे में उक्त शावकों के अवशेष उक्त बाघिन के शावकों के होने का अनुमान लगाया जा रहा है. वनविभाग के दस्ते द्वारा जंगल परिसर में नरभक्षी बाघिन व शावकों को सकुशल पकड़ने की मुहिम जारी रखी है.