‘महिलाराज’ से छिनेगा दिग्गजों का ‘ताज’? आरक्षण से प्रस्तापितों के राजनिति पर संकट

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    • खुले प्रवर्ग में देखने को मिलेगी कांटे की टक्कर

    गड़चिरोली. स्थानीय स्वराज्य संस्था में जिला परिषद को महत्वपूर्ण स्थान है. इसी लिए इसे मिनि मंत्रालय भी कहां जाता है. इस मिनि मंत्रालय में एंट्री करने की होड़ में अनेक दिग्गजों के साथ ही स्थानीय इच्छूक लगे रहते है. जिसके चलते अपने अपेक्षित गढ़ में जनसंपर्क बढ़ाने का प्रयास चुनाव के कहीं माह पूर्व से प्रारंभ किया जाता है.

    इसी के तहत जिले में भी आगामी चुनाव को देखते हुए अनेक दिग्गज, प्रत्थापित तथा कुछ इच्छूकों ने अपने-अपने क्षेत्र में जनसंपर्क बढ़ा दिए थे. किंतू राज्य चुनाव आयोग के निर्देशों पर जिला प्रशासन द्वारा हाल ही में आरक्षण ड्रा निकाला गया. इस आरक्षण ड्रा के मद्देनजर अपेक्षित स्थान जातिवार प्रवर्ग अथवा महिलाओं के लिए आरक्षित होने के कारण अनेक दिग्गजों के राजनितिक दांव बिखर गए है.

    अनेक प्रत्थापितों के स्थानों पर अन्य प्रवर्ग अथवा महिला प्रवर्ग के लिए आरक्षण निकलने के कारण प्रत्थापितों के राजनितिक करियर पर ही संकट मंड़रा रहा है. अपनी कार्यस्थली तथा पसंदिदा तहसील में खुले प्रवर्ग की एक भी सीट न बचने या कुछ अल्प सिटे होने के कारण में राजनितिक प्रतिष्ठा भी दांव पर दिखाई दे रही है. जिससे अब जिले के कुछ क्षेत्रों में दिग्गजों के बिच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है. 

    यह 13, अनेक दिग्गज कहेंगे मेरा 

    जिला परिषद के कुल 57 सिटों का आरक्षण ड्रा निकाला गया है. जिसमें कुल 29 सिटे महिलाओं के लिए आरक्षित हुई है. इसी के साथ कुल 15 सिटे जातिवार आरक्षित किए गए है. जिस कारण अब खुले प्रवर्ग की 13 सिटे है. इन 13 सिटों पर आगामी दौर में कड़ा प्रतिध्वंद दिखाई देना का अनुमान लगाया जा रहा है. खुले प्रवर्ग की 13 सिटों में देसाईगंज तहसील के कुरूड़, कोरेगांव, आरमोरी तहसील के वैरागड़, वडधा, गड़चिरोली तहसील की एकमात्र येवली, चामोर्शी तहसील के भेंडाला, गिलगांव, आमगांव म., दुर्गापुर, सुभाषग्राम तथा आष्टी, मुलचेरा तहसील में एकमात्र गोमणी तथा सिरोंचा तहसील के सिरोंचा माल का समावेश है. 

    येवली में होगी दिग्गजों की बाजी

    जिला मुख्यालय होनेवाले गड़चिरोली तहसील में सक्रिय राजनिति देखी जाती है. स्थानीय खुले प्रवर्ग के अनेक दिग्गजों की इसी तहसील के जिप क्षेत्रों पर निगाहें रहती है. किंतू इस बार जिप के आरक्षण में गड़चिरोली तहसील के कुल 6 सिटों में से पोर्ला, मौशिखांब, कोटगल, शिवणी यह 4 क्षेत्र खुले प्रवर्ग की महिला के लिए आरक्षित हुए है. वहीं अमिर्झा क्षेत्र अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित किया गया है. इस तहसील में अब केवल 1 जिप क्षेत्र येवली खुले प्रवर्ग के है. जिस कारण इस सिट पर तहसील के प्रमुख दिग्गजों की निगाहें रहने की बात कहीं जा रही है. इसी क्षेत्र में अनेक दिग्गजों के बिच कडा प्रतिध्वंध देखने को मिल सकता है. 

    उत्तर से लेकर दक्षिण तक दिखेगा रोमांच

    जिले के उत्तरी क्षेत्र में देसाईगंज तहसील व आरमोरी तहसील में खुले प्रवर्ग की प्रत्येकी 2 सिटे पर अनेक प्रस्थापितों की दांवेदारी देखने को मिल सकती है. साथ ही चामोर्शी तहसील में सर्वाधिक सिटे खुले प्रवर्ग के लिए आरक्षित हुई है. यहां भी अनेक प्रस्थापित दांवेदारी करेंगे. बतां दे कि, अहेरी उपविभाग में केवल 2 खुले प्रवर्ग की सीटे है. जिसमें मुलचेरा तहसील की गोमणी व सिरोंचा तहसील के सिरोंचा माल जिप क्षेत्र का समावेश है. इन दोनों सिटों पर समुचे अहेरी उपविभाग के खुले प्रवर्ग के प्रस्थापितों के साथ ही दिग्गजों की निगाहें रहेगी. इसमें सिरोंचा तहसील की सीट कुछ दिग्गजों के लिए अपनी राजनितिक प्रतिष्ठा बचाने का एकमात्र आसरा हो सकती है. 

    आरक्षण ड्रा रद्द करने की उठ रही मांग

    जिला परिषद का आरक्षण ड्रा 28 जुलाई को निकाला गया. इस आरक्षण ड्रा में 50 प्रश सिटे महिला के लिए आरक्षित हुई है. साथ ही अनेक सिटों पर जातिवार प्रवर्ग का आरक्षण निकला है. वहीं केवल अल्प व अनपेक्षित सिटे खुले प्रवर्ग के लिए बची है. कुछ तहसीलों में तो एक भी सीट खुले प्रवर्ग के लिए नहीं है. जिस कारण उक्त आरक्षण ड्रा रद्द कर नए से आरक्षण निकालने की मांग भी उठती नजर आ रही है.