जानलेवा हुईं जर्जर इमारतें, नप ने 27 लोगों को भिजवाया नोटिस

    Loading

    गड़चिरोली. गड़चिरोली शहर के विभिन्न वार्डों में अनेक जर्जर इमारतें इन दिनों से जानलेवा बनी हुई हैं. बरसात के दिनों में जर्जर इमारत गिरकर जनहानि होने की आशंका रहती है. जिसके मद्देनजर गड़चिरोली नगर परिषद प्रशासन द्वारा शहर के करीब 27 लोगों को नोटिस भिजवाकर जर्जर इमारत गिराने की सूचना दी गई है.

    लेकिन दूसरी ओर संबंधित मकान मालिक नगर परिषद की सूचनाओं की ओर अनदेखी करते नजर आ रहे हैं जिससे बरसात के दिनों में आंधी-तूफान से चलते जर्जर इमारत गिरकर जनहानि होने की आशंका नकारी नहीं जा सकती है. जिससे अब नगर परिषद को ही इस ओर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता होने की बात कही जा रही है.

    चार वर्षों से भिजवाए जा रहे नोटिस

    बता दें कि नगर परिषद के नगर रचना विभाग द्वारा संबंधित मकान मालिकों को पिछले चार वर्षों से निरंतर नोटिस भिजवाकर जर्जर मकान गिराने की सूचना दी जा रही है. लेकिन मकान मालिक विभिन्न तरह का बहाना बनाकर मकान गिराने से आनाकानी करते नजर आ रहे हैं. नगर परिषद ने सर्वोदय वार्ड के 4, नेहरू वार्ड के 8, हनुमान वार्ड 2, फुले वार्ड 2, गांधी वार्ड 4, धानोरा मार्ग के 2, आरमोरी मार्ग के 2 और चंद्रपुर मार्ग के 2 तथा रोहिदास मंदिर समीपस्थ 1 मकान मालिका को नोटिस भिजवाया है. निरंतर चार वर्षों से नोटिस भिजवाये जाने के बाद भी अब तक जर्जर मकान नहीं गिराए गए हैं.

    जनहानि हुई तो मकान मालिक जिम्मेदार: मैंद

    नगर परिषद के नगर रचना विभाग के अधिकारी मैंद ने बताया कि जर्जर हुए इमारत और मकान गिराने संदर्भ में पिछले चार वर्षो से संबंधित मकान मालिकों को नोटिस भिजवाया जा रहा है. कुछ लोगों ने नगर परिषद को सहयोग करने के कारण नगर परिषद ने अब तक 5 जर्जर मकान गिराए हैं. लेकिन कुछ लोग अब तक जर्जर मकान नहीं गिराया है. ऐसे में यदि जर्जर मकान गिरकर किसी भी तरह की जिवितहानि हुई तो संबंधित मकान मालिक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. ऐसी बात उन्होंने कही है.

    अधिकतर मकान किराये पर

    जर्जर इमारत होकर तथा नगर परिषद द्वारा मकान गिराने संदर्भ में नोटिस भिजवाने के बावजूद भी मकान मालिक  किसी भी तरह की गंभीरता बरतते नहीं दिखाई दे रहा है. मकान गिराने के बजाय जर्जर मकान किराए पर देकर दुर्घटना को न्यौता दे रहे हैं. बता दें कि नगर परिषद द्वारा 27 लोगों को नोटिस दिया गया है. इनमें से करीब 10 लोगों को जर्जर मकान लोगों को किराए पर दिये गये हैं. वहीं शेष मकानों में मकान मालिक स्वयं रह रहे हैं. यह मामला गंभीर होकर नगर परिषद को कार्रवाई करनी होगी, ऐसी मांग शहर के नागरिकों द्वारा की जा रही है.