गड़चिरोली. गोंडवाना विश्वविद्यालय में सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के अलावा, छात्रों के गुणवत्ता का ध्यान रखा जाएगा, इसके लिए सभी क्षेत्रों के लोग सहयोग करे ऐसी अपेक्षा गोंडवाना विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति डा. प्रशांत बोकारे ने व्यक्त की. उन्होने गोंडवाना विश्वविद्यालय की समस्याओं, कठिनाइयों और विकास योजना के बारे में बात करते हुए अपनी भूमिका स्पष्ट की.
कुलपति ने आगे कहा कि गड़चिरोली जिला, जो राज्य के शिखर पर है, गोंडवाना विश्वविद्यालय के कारण विकास के अवसर मिला हैं. आदिवासी बहुल जिले में गोंडवाना विश्वविद्यालय शिक्षा और रोजगार में अहम भूमिका निभाएगा.
उन्होंने कहा, ‘हम उस दिशा में काम करेंगे’ सरकार गोंडवाना विश्वविद्यालय की जमीन का मुद्दा उठा रही है.प्रशासनिक तकनिक के माध्यम से 165 एकड़ जमीन के लिए प्रक्रिया चल रही है. विश्वविद्यालय का संपूर्ण कार्य पारदर्शक रूप से होगा. इसमें कोई शक नहीं है और यहां किसी भी तरह का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
कुलपति ने आगे बताया कि, संपूर्ण कार्य सरकारी मशीनरी के सहारे किया जाएगा. हम इस पर ध्यान देंगे कि इसके जरिए रोजगार कैसे निर्माण किया जाए. ईको-टूरिज्म शुरू करने के लिए विश्वविद्यालय प्रयास करेगा. कुलपति ने यह भी कहा कि गडचिरोली जिले के युवाओं को पर्यटन के माध्यम से रोजगार मिलेगा. सरकार से आवश्यक निधि प्राप्त करने का प्रयास करेंगे.
गोंडवाना विश्वविद्यालय तथा जिले के विकास के लिए सभी के सहयोग की जरूरत है. मैं विश्वविद्यालय के विजन को पूरा करने संपूर्ण प्रयास करूंगा. विवि के उन्नती में किसी तरह की कोई कमी नहीं होने दुंगा. ऐसी बात भी गोंडवाना विवि के नवनियुक्त कुलपति डा. प्रशांत बोकारे ने कहीं.