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    • आज से धान खरीदी हुई बंद 

    गड़चिरोली. इस बार अकाली बारिश के चलते अनेक किसानों के धान कुटाई को विलंब हुआ. वहीं इस कालावधि में धान खरीदी केंद्र कभी बंद तो कभी शुरू होने का सिलसिला जारी था. जिसका खामियाजा जिले के अनेक किसान धान बिक्री से वंचित है. सरकार से धान खरीदी की अवधि बढ़ाने की मांग की जा रही है. लेकिन सरकार द्वारा अब तक किसी भी तरह का निर्णय नहीं लिया गया है.

    जिसके कारण रबी सत्र का सरकारी धान खरीदी की अवधि 31 जनवरी को खत्म हो गयी. लेकिन अब भी 3 लाख क्लिंटल से अधिक धान की खरीदी होना बाकी है. जिसके कारण धान खरीदी की अवधि बढऩे या फिर धान खरीदी  ही बंद इसकी गुत्थी कायम होकर बिक्री न हुए लाखों क्लिंटल धान का क्या होगा? ऐसा सवाल उपस्थित किया जा रहा है. 

    पिछले खरीप सत्र में खरीदी किया गया लाखों क्विंटल धान उठाया नहीं जाने के कारण धान गोदाम में पड़ा है. जिसके कारण जिले में देरी से 1 अक्टूबर 2021 से समर्थन मूल्य धान खरीदी को शुरूआत की गई. ऐसे में सरकार द्वारा लादे गये शर्तो के चलते किसान वर्ग दुविधा में पड़ गया. केंद्र पर धान बिक्री करने के लिये दिसंबर अंत तक पंजीयन करना जरूरी किया गया था. लेकिन अनेक  किसानों का इस अवधि में पंजीयन नहीं हो पाने के कारण ऑनलाईन की अवधि बढ़ाई गयी. पंजीयन के बाद दी गई तारीख पर बुलाया जाता है.

    लेकिन शुरू वर्ष में फसल सर्वेक्षण पंजीयन सातबारह पर नहीं होने के कारण धान केंद्र पर नहीं खरीदा जाएगा. यह शर्त किसानों को लिये सिरदर्द बन गयी. ऐसे में अकाली बारिश के चलते किसान दुविधा में पड़ गया. वहीं बारिश के चलते धान की कुटाई में विलंब हुआ. इस बार धान खरीदी के लिये 31 जनवरी अंतिम तारीख रखी गई थी. अब तक आदिवासी विकास महामंडल के गड़चिरोली व अहेरी प्रादेशिक कार्यालय अंतर्गत 7 लाख 29 हजार 245 क्विंटल धान की खरीदी हुई है.पिछले वर्ष की तुलना में लाखों क्विंटल धान की खरीदी होना बाकी है. 

    अब तक 24 हजार 985 किसानों की धान बिक्री

    सरकारी धान खरीदी पर अब तक जिले के 24 हजार 985 किसानों ने 7 लाख 29 हजार 245  क्विंटल धान की बिक्री की है. पिछले वर्ष खरीप सत्र में 10 लाख से अधिक धान खरीदी की गई थी. गत वर्ष की तुलना में अब तक 3 लाख क्विंटल से अधिक धान की खरीदी बाकी है. ऐसे में सोमवार को धान खरीदी की अवधि समाप्त हो गयी.

    अवधि समाप्त होने से पहले अवधि बढ़ाने का आदेश जारी करना आवश्यक था. लेकिन अब तक इस संदर्भ में कोई आदेश नहीं निकाला गया. जिससे धान खरीदी शुरू रहेगी या फिर बंद रहेगी? ऐसा प्रश्र किसानों के सामने उपस्थित हुआ है. 

    लाखों क्विंटल धान निजि व्यापारियों के पास 

    इस वर्ष सरकार के नियोजन के अभाव में तथा नैसर्गिक आपदा के चलते हजारों किसान समर्थन मूल्य धान खरीदी केंद्र पर धान बेचने से वंचित रहे. अब तक लाखों क्विंटल धान बिक्री होना बाकी है. ऐसे में 31 जनवरी को धान खरीदी की अवधि समाप्त होने के कारण लाख क्विंटल धान का क्या होगा? ऐसा प्रश्र निर्माण हो गया है. वहीं दुसरी ओर शेष धान निजि व्यापारियों के पास जाने की संभावना जताई जा रही है.