स्थलांतरीत बस्ती पर पहुंचा खोज दस्ता, 4 शालाबाह्य छात्रों को स्कूल में किया दाखिल

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    धानोरा. धानोरा परिसर में शालाबाह्य व स्थलांतरित बच्चों की खोज मुहिम चलाते समय स्थानीय खोज दस्ते ने शहर के अस्थायी बस्ती को भेट देकर स्थलांतरीत बस्ती स्थल पर पहुंचकर शालाबाह्य बच्चों को खोजकर 4 शालाबाह्य विद्यार्थियों को स्कूल में दाखिल कराया. 

    प्राथमिक शिक्षा विभाग ने 17 जनवरी को जारी किएगए परिपत्रक के अनुसार धानोरा तहसील के शालाबाह्य व स्थलांतरीत बच्चों की खोज करने का प्रयास किया गया. धानोरा परिसर के बसस्थानक, खुली जगह में बस्ती कर निवास करनेवाले परिवार का सर्वेक्षण कर 1 से 18 वर्ष उम्रगुट के बच्चे पाए गए.

    जिसमें बच्चे उस परिसर के स्कूल में शिक्षा अर्जित करने की बात कहीं. किंतू परिवार के जीवनयापन हेतु उनके माता-पिता स्थलांतरीत होते है. माता- पिता के साथ्ज्ञ में छोटे बच्चों को भी घर छोड़ना पड़ता है. जिससे स्कूली शिक्षा बंद होती है. शालेय छात्रों के जीवन में बदलांव होते है, जिसकी पूर्ति कोई भी नहीं कर सकता है. इसी दृष्टि से उनकी शिक्षा न डूबे, इसके लिए शिक्षा की कुछ मात्रा में पूर्ति करने के लिए घुमंतू दसते ने तहसील के बिरसा मुंडा परिसर के अस्थायी बस्ती को भेट देकर छोटे बच्चों से पुछताच की.

    इस दौरान बस्ती में 4 बच्चे शालाबाह्य पाए गए. दस्ते ने उन शालाबाह्य 4 छात्राओं को प्रत्यक्ष में स्कूल में दाखिल किया. इस मसय दस्ते में गुटशिक्षणाधिकारी गटसाधन केंद्र धानोरा के आरवेली, विस्तार अधिकारी खोब्रागडे, केंद्रप्रमुख मुंडे, साधन व्यक्ती सहारे, साधन व्यक्ती ब्राम्हणवाडे, साधन व्यक्ती पौर्णीमा मडावी, प्रेमिला दुगा, चांदेकर, उसेंडी, पुष्पा शेडमाके आदि सहभागी हुए थे.